“100 साल बेमिसाल”

मोमिन कॉन्फ्रेंस हजारीबाग जिला इकाई ने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमानत अली के 100वीं जन्मदिवस के अवसर पर दिली मुबारकबाद पेश किया

ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस हजारीबाग जिला इकाई की ओर से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, स्वतंत्रता सेनानी हाजी अमानत अली के 100वीं जन्मदिवस के अवसर पर दिली मुबारकबाद पेश किया गया। जन्मदिन के अवसर पर बधाई देने वालों में हजारीबाग जिला से राष्ट्रीय सचिव डॉ अनवर हुसैन, जिला अध्यक्ष काजिम अंसारी, जिला कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद जहांगीर अंसारी, राज्य उपाध्यक्ष आबिद अंसारी, राज्य महासचिव सलीम राजा, राज्य सचिव कमरुद्दीन अंसारी, जिला कोषाध्यक्ष मोहम्मद बाबर अंसारी, रब्बानी अंसारी, मोहम्मद माशूक अंसारी, जिला उपाध्यक्ष सह अधिवक्ता मोहम्मद आफताब आलम, अधिवक्ता मोहम्मद सिराज अंसारी, युवा जिला अध्यक्ष मोहम्मद इम्तियाज अंसारी, नुरुल हुदा शिक्षक, तसव्वर अंसारी जिला उपाध्यक्ष, शामिल है। सभी जिला के पदाधिकारियों ने उनकी लंबी आयु के लिए दुआ की। कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद जहांगीर अंसारी ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि…. झारखंड की राजनीति में हाजी अमानत अली की पहचान एक प्रखर राजनीतिज्ञ के रूप में रही है। आमानत अली का जन्म 30 अगस्त 1924 को रांची जिला के बुंडू गांव में एक गरीब किसान एवं बुनकर के घर में हुआ था। बचपन से ही उनके हृदय में समाज सेवा एवं राष्ट्र प्रेम की भावना भरी थी। उन्होंने 1946 में “प्रतिज्ञा पत्र” को अपने खून से हस्ताक्षर कर बाबू कृष्ण बल्लभ सहाय के हाथों पंडित जवाहरलाल नेहरू को भेजा था। वे राजनीति के शुरुआत से ही कांग्रेस के सच्चे सिपाही रहे हैं। उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर कांग्रेस के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे के साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों की वानर सेना की टोलियां के नेतृत्व से लेकर देश की मोमिनो के नेतृत्व तक का लंबा सफर तय करने वाले स्वतंत्रता सेनानी अमानत अली का राष्ट्र एवं मोमिनों के प्रति कुर्बानियों को भुलाया नहीं जा सकता है। अमानत अली ऑल इंडिया मोमिन कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे एवं पूरे भारत का भ्रमण कर मोमिनों के शैक्षिक राजनीतिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए संघर्षरत रहे। इन्होंने अपने अथक प्रयास से मोमिन जाति को अत्यंत पिछड़ा जाति का दर्जा दिलाया। वे 1958 में रांची जिला कांग्रेस के महामंत्री बनाए गए। 1962 से लगातार चार बार रांची के जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुए, इन्हीं के कार्यकाल में रांची जिला कांग्रेस कार्यालय का निर्माण का कार्य शुरू हुआ जिसका शिलान्यास बाबू जगजीवन राम तथा उद्घाटन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के कर कमलों द्वारा किया गया। अमानत अली स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र से दो बार बिहार विधानसभा परिषद के सदस्य बने।ईरान के शाह मोहम्मद रजा शाह पहलवी के जमशेदपुर आगमन पर उनका स्वागत अमानत अली ने किया था। सीमांत गांधी खान अब्दुल गफ्फार खान के रांची आगमन पर अमानत अली ने उनका स्वागत किया और अपने आवास पर ठहरने की व्यवस्था की थी । आजाद हाई स्कूल में रोजा एक इफ्तार पार्टी का आयोजन उनके आगमन पर किया गया था। 1948 से ही अमानत अली सहकारिता आंदोलन से जुड़े रहे हैं । रांची खूंटी सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में 20 वर्षों तक सचिव एवं अध्यक्ष पद पर रहे। बैंक में कार्यरत अधिकांश कर्मियों के बहाली इनके कार्यकाल में हुई है। लघु उद्योग का राज्य स्तरीय सहकारी संस्था विस्कोस लैंप के संस्थापक मंत्री थे।

मिमन बुनकर समाज के लिए 13 वर्ष की आयु से ही वे सक्रिय रहे हैं । 1972 से 2000 तक बिहार राज्य मोमिन कॉन्फ्रेंस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 1985 में कांग्रेस के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में मोमिन कॉन्फ्रेंस का राष्ट्रीय महाधिवेशन नई दिल्ली में करवाया जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था। महा अधिवेशन में ही वे राष्ट्रीय महामंत्री घोषित किए गए। 2007 में अमानत अली ऑल इंडिया मोमिन कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए। वर्तमान में उनके पुत्र आबिद अली प्रदेश अध्यक्ष हैं। अमानत अली ने झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई। इस दौरान नजयपाल ससिंह मुंडा, ढिशोम गुरु शिबू सोरेन, बागुन सुम्ब्रई, इ एन होरो सरीखे नेताओं के साथ उन्हें कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

शिक्षा के क्षेत्र में भी इनका अमूल्य योगदान रहा है। पांच परगना किसान कॉलेज, अमानत अली इंटर कॉलेज, राम लखन यादव कॉलेज सहित कई शैक्षिक संस्थाओं के संस्थापक रहे हैं। अमानत अली की सेवा भाव एवं उनके योगदान को देखकर ऑल इंडिया मोमिन कांफ्रेंस पूरे वर्ष इनका जन्मदिन मनाने का निर्णय लिया है। झारखंड के हर जिले एवं प्रखंड में इनके जन्मदिन के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी इनके 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में अपने राज्य कार्यालय में जन्म दिवस मनाने का निर्णय लिया है।

आल इंडिया मोमिन कांफ्रेंस द्वारा इनके जन्म दिवस के अवसर पर पुराना विधानसभा भवन रांची में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें झारखंड राज्य के कई मंत्री आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव और हफिजूल हसन, सुबोधकांत सहाय, दिशोम गुरु शिबू सोरेन, पूर्व सांसद रामतल चौधरी भुवनेश्वर मेहता आदि शामिल होंगे।ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस हजारीबाग के कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद जहांगीर अंसारी ने झारखंड सरकार से मांग करते हुए कहा कि झारखंड की सर्वोच्च सम्मान से अमानत अली को सम्मानित किया जाए एवं केंद्र सरकार से मोमिन कांफ्रेंस मांग करती है कि उन्हें पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया जाए।

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