*चरही घाटी में इथेनॉल लदा टैंकर पलटा, खलासी की गई जान*

*दुर्घटना के बाद रांची पटना रोड घंटो बाधित*

*संवादाता चरही*

मंगलवार को चरही थाना क्षेत्र के चरही घाटी का यूपी मोड़ एक बार फिर बड़ी दुर्घटना का गवाह बना है। चरही घाटी यूपी मोड़ एक बार फिर एक बड़ी सड़क दुर्घटना हुई है ।हजारीबाग की ओर से आ रहा इथेनॉल लदा टैंकर एच आर 58सी3675 यूपी मोड़ में अनियंत्रित होकर पलट गया और रोड की दूसरी ओर डिवाइडर को तोड़ते हुए जा पलटा जहां पर तुरंत भीषण विस्फोट के साथ गाड़ी में आग लग गई।

मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार चालक गाड़ी से अपना नियंत्रण खो बैठा था जिसके बाद यह दुर्घटना हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार चालक ने किसी तरह गाड़ी से निकलकर अपनी जान बचा ली लेकिन गाड़ी का खलासी उसी में फंसा रह गया जिससे उसने अपनी जान गवा दी। चुकी गाड़ी में दुर्घटना के बाद भीषण विस्फोट हुआ था जिसके कारण घाटी में आसपास के जंगलों में आग लग गई।यह सड़क दुर्घटना दोपहर लगभग 3बजे की बताई जा रही है।वही इस बात की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण सहित हजारीबाग पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विष्णुगढ़ अनुज उरांव तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची।

दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंच कर आग बुझाने का काम किया जिसके दमकल कर्मियों को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।दुर्घटना के बाद दुर्घटना स्थल पर अफरा तफरी माहौल बन गया था। सड़क दुर्घटना होना आम बात है लेकिन एक ही स्थल पर हमेशा भीषण सड़क दुर्घटना होना और उसे पर प्रशासन का संज्ञान ना लेना यह एक चिंता का विषय है। जिस प्रकार की आज दुर्घटना हुई है यह दुर्घटना बड़े पैमाने पर कई लोगों को अपने चपेट में ले सकती थी। आपको बता दें की थाना क्षेत्र में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना इसी स्थल पर होती है जहां पर पुलिस को भी दुर्घटना के बाद खासा मशक्कत करना पड़ता है।

बीते एक से डेढ़ माह के बीच ही यहां लगभग 7 से 8 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। घाटी के तीखे मोड़ को सीधा करने की आवश्यकता है जिससे दुर्घटना में कमी आ सके। गाड़ी में मृत गाड़ी के खलासी के शव को प्रशासन द्वारा निकाला कर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया गया।*क्या है दुर्घटना का कारण*स्थानीय ग्रामीणों की माने तो दुर्घटना का कारण घाटी की तेज ढलान तथा इसका तीखा मोड़ है।

जिससे आए दिन ऐसी सड़क दुर्घटना होते रहती है। वर्तमान स्थिति तो ऐसी बन चुकी है की हर दूसरे तीसरे दिन कोई ना कोई सड़क दुर्घटना होते ही रहती है। ऐसे में इस पर एन एच ए आई तथा जिला प्रशासन को ध्यान आकृष्ट करते हुए इस पर कोई विचार करना चाहिए और इस मोड़ को सीधा करने का प्रयास करना चाहिए।

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