मीडिया का नहीं चलेगा दोहरा चरित्र, माफी मांगे नहीं तो —- :मोनज झा

राजनीतिक संवाददाता द्वारा
पटना: आरजेडी नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने मीडिया संस्थानों को चेतावनी दी है। शुक्रवार को आरजेडी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दो दिन पहले सीबीआई ने गुरुग्राम के एक मॉल में छापा मारा था। कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा दावा किया गया कि उक्त मॉल बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) का है। उन्होंने ऐसे मीडिया संस्थानों को मानहानि का नोटिस भेजने की चेतावनी दी है।
आरजेडी सांसद ने कहा कि ‘मॉल तेजस्वी का है’ यह आरोप लगाते हुए निराधार खबरें चलाई गईं, लेकिन इसके विपरीत जब हमनें यह साक्ष्य दिया कि इसका निर्माण करने वाले रियल एस्टेट डेवलपर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत बीजेपी नेताओं का संरक्षण प्राप्त है, तब से वे खामोश हो गए। आरेजडी सांसद ने कहा कि मैं उन मीडिया संस्थानों को चेतावनी देता हूं कि वह यह स्वीकार करते हुए माफीनामा प्रसारित करें कि उनसे गलती हुई है। अगर वे 48 घंटे में ऐसा करने में विफल रहते हैं तो हम मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
आरजेडी नेता ने कहा कि बीजेपी की तरफ से तेजस्वी यादव को ‘फर्जी’ यादव तथा भेड़ चराने वालों के परिवार से आने जबकि केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय को ‘असली’ गोपालक यादव बताने वाले बयान को लेकर भी राज्य में विपक्षी दल पर निशाना साधा। उन्होंने जवाब दिया कि नित्यानंद राय गाय को दुहते नहीं हैं न ही वह मवेशियों को चराने ले जाते हैं। उन पर गुजराती ठप्पा है और वह लोगों को फर्जी वादे चराकर उन्हें दुहते हैं।
वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों के वादे के बारे में नई महागठबंधन सरकार पर बार-बार सवाल उठाने के बारे में पूछे जाने पर मोनज झा ने कहा कि बीजेपी नेता उस घोषणा के पहले लाभार्थी रहे हैं। आरजेडी नेता ने तंज कसते हुए कहा कि सुशील मोदी राजनीतिक बेरोजगारी की स्थिति में थे। अब लगता है कि उन्होंने बीजेपी की मुख्यधारा में वापसी कर ली है। वह इसके लिये हमारे ऋणी हैं।
राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने आरोप लगाया कि सीबीआई, ईडी और आईटी विभाग के अधिकारी राजनीतिक प्रतिशोध के संबंध में निर्देश प्राप्त करने के लिए दिल्ली में भाजपा के मुख्यालय का दौरा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं इन एजेंसियों के अधिकारियों को चेतावनी देना चाहता हूं कि निष्पक्ष होकर अपना काम करें, लेकिन अपने राजनीतिक आकाओं के आदेशों के मुताबिक काम न करें जो प्रतिक्रिया पर आपको बचाने नहीं आएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन एजेंसियों के लोग दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित बीजेपी दफ्तर जाते हैं, जहां उन्हें कागज का पर्चा थमाया जाता है। जिस पर निर्देश होते हैं कि किस राजनीतिक विरोधी को ठिकाने लगाना है। आरजेडी सांसद ने कहा कि हम लोगों को बताएंगे कि हमें इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि हम उनके मुद्दे उठा रहे हैं। इसकी प्रतिक्रिया होगी जिससे अधिकारियों और उनके राजनीतिक आकाओं के लिये घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा।

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