पेयजल के लिए तरस रहे हैं  गिरिडीह के  पुरनी-रांगामाटी के लोग

विशेष संवाददाता द्वारा

गिरिडीह । बेंगाबाद प्रखंड का पुरनी रांगामाटी गांव आज भी पेयजल के लिए तरस रहा है तथा वहां के अधिकांश लोग इसके लिए प्राकृतिक स्रोत से लेकर दूसरे गांव पर निर्भर है।
आज वहां पहुंची माले की टीम के साथ स्थानीय लोगों ने बैठक करने के दौरान उक्त बातें कहीं। बैठक का आयोजन झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा का सदस्यता अभियान चलाने को लेकर किया गया था जिसकी अगुवाई करते हुए पार्टी के जोनल प्रभारी रामलाल मुर्मू ने कहा कि, इस क्षेत्र तथा विशेषकर इस गांव में समस्याएं काफी गंभीर हैं।
बातचीत के क्रम में लोगों ने कहा कि, वे बेंगाबाद प्रखंड-अंचल में व्याप्त घूसखोरी से भी खासे तबाह हैं। एक व्यक्ति ने शिकायत की, कि उनके द्वारा बेंगाबाद अंचल में खारिज-दाखिल तथा रसीद काटने के तीन मामले दिए गए हैं। वे महीनों से दौड़ रहे हैं। उनसे ₹15000 रिश्वत की मांग की गई है। रिश्वत नहीं देने का कारण उनका काम नहीं हो रहा है।
बैठक के क्रम में माले नेता राजेश यादव ने कहा कि, सिर्फ वोट का मोहरा बने रहने से उनका विकास नहीं हो सकता और वे इसी तरह तबाह होते रहेंगे। यदि अपनी जिंदगी में बदलाव चाहते हैं, अपना हक-अधिकार लेना चाहते हैं तो मजदूर-किसानों को जाति-मजहब से ऊपर उठकर संगठन मजबूत करना होगा।
उन्होंने प्रशासन से पुरनी रांगामाटी में तत्काल पेयजल की व्यवस्था करने की मांग करते हुए बेंगाबाद अंचल के संबंधित पदाधिकारियों को भी आगाह किया कि, आवेदन देने वाले इस गांव के व्यक्ति का काम यदि बिना रिश्वत नहीं हुआ, तो पूरे गांव के लोग अंचल कार्यालय को घेरने का काम करेंगे।
मौके पर नुनु किस्कू, कंचन किस्कू, रसिलाल किस्कू, अशोक मरांडी, मनोज मुर्मू, तिर्थू किस्कू, बुधन मुर्मू, खांडो किस्कू, फागू मुर्मू, जयनारायण सिंह समेत अन्य मौजूद थे।

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