नदी में बनाए गए जलकुंड में ही सबने दिखाया अपना आस्था*
मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक ताला मरांडी उपस्थित रहे बांटा गया सेंकड़ों कम्बल
सुस्मित तिवारी हिरणपुर ( पाकुड़) कहते हैं ना मन चंगा तो कठौती में गंगा , जहां आस्था और विश्वास हो वहां कोई भी पीछे मुड़कर नहीं देखता, यही हाल इस वर्ष 14 जनवरी को रानीपुर स्थित पर गला नदी के तट पर आयोजित होने वाले मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में आदिवासी साफा गुरु एवं अनुयायियों की भीड़ ने सिद्ध कर दिया।
परगला नदी इस वर्ष सूखा पड़ा था आशंका थी श्रद्धालु मकर स्नान और पूजन कैसे कर पाएंगे, आयोजकों ने कई जलकुंड का निर्माण करवाया।
फलस्वरूप रानीपुर परगला नदी सुखा रहने के बावजूद अस्थाई व्यवस्था में भी हजारों की संख्या में 14 जनवरी को साफा गुरु अपने अपने अनुयायियों के साथ पहुंचकर पूजा अर्चना किए।
आयोजकों के द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नदी सूखा रहने के बावजूद जल कुंड निर्माण कर जल का संग्रह कर पूजा और अर्चना में आने वाले अर्चन को दूर करने का भरसक प्रयास किया और सफल भी रहे।
आयोजकों के द्वारा साफा गुरुओं को सम्मान में कंबल दिये।कंबल वितरण में मुख्य रूप से पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक ताला मरांडी, भाजपा पूर्व प्रदेश महामंत्री अल्पसंख्यक मोर्चा मोहम्मद नजेमुल हक, एसटी मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष किस्टो सोरेन, विचार महल मंडल अध्यक्ष तरुण मंडल, हिरणपुर प्रखंड अध्यक्ष सह आयोजक कैलाश सिंह, आयोजक जिला मंत्री जामु मरांडी, राहुल तिवारी, मनोज साहा, आदि दर्जनों मेला आयोजक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
*मुख्य आकर्षण मेला में साफा गुरु के द्वारा आग में चलना था*प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी साफा गुरु एवं उनके अनुयायियों द्वारा आग के गलियारों में चलना मुख्य आकर्षण तो था ही, आस्था और श्रद्धा और अपने गुरुओं के प्रति विश्वास को भी देखने और दिखाने का मौका मिला।
स्थानीय जामपुर निवासी गुरु देबुलाल हंसदा एवं इनके दर्जनों अनुयाई आग में चलकर सबको हैरान में डाल दिया।