पेंशन राशि निकासी को लेकर सात महीनों से विकलांग खाताधारक लगा रहे हैं मोहनपुर इलाहाबाद बैंक का चक्कर*

*इलाहाबाद बलथर बैंक में विकलांग खाताधारकों से की बदसलूकी*

* आदिवासी एक्सप्रेस/ संवाददातामोहनपुर: आए दिन अखबारों की सुर्खियों में बना रहने वाले इलाहाबाद बैंक यानी बैंक ऑफ इंडिया की शाखा बैंक कर्मी की लापरवाही से उपभोक्ता परेशान है। बैंक कर्मचारी इतना मन बढ़ गया है कि महिला, बुजुर्ग ,दिव्यांग उपभोक्ताओं से बदसलूकी करने में माहिर है। ताजा मामला प्रखंड के इलाहाबाद बलथर बैंक में खाताधारकों से की गई। खाताधारक विकलांग कुलदेव महतो मोहनपुर इलाहाबाद बैंक में है। जो कि विकलांग होने के नाते पेंशन राशि मोहनपुर इंडियन बैंक खाते में आती है। लेकिन बैंक कर्मी की लापरवाही की वजह से पिछले सात महिने से वह पेंशन राशि की निकासी नहीं कर पा रहे हैं। जब भी मोहनपुर इंडियन बैंक पहुंचते हैं तो कहता है कि खाता चालू नहीं है कि केवाईसी कराना होगा, जब भी इसके लिए फॉर्म देता है तो केवाईसी नहीं होता है। जब बैंक कर्मी से बात की गई तो बताया कि उनका खाता बलथर बैंक में भी है। बेचारा विकलांग खाताधारक बलथर पहुंच गए। कहा कि सर बलथर में भी खाता है इन्हें बंद कर दीजिए ना जिसकी वजह से हम मोहनपुर इलाहाबाद बैंक से पैसे निकासी नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो विकलांग हूं सर हाथ पैर दोनों, कि मैं रोजाना नहीं आ सकते, मोहनपुर इलाहाबाद बैंक पहुंचने पर बलथर टाल देते हैं और बलथर आने के बाद मोहनपुर टाल देते हैं उन्होंने कहा कि सर मैंने किसी तरह देवघर उपायुक्त से शिकायत कर पेंशन योजना की स्वीकृत की है जब उन्होंने पूरी समस्या बताए तो खाताधारक पर भड़क गए और बदसलूकी की गई। *मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि बैंक का रुख के प्रति ठीक नहीं है इसे सुधारें अथवा बैंकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी फिर बदसलूकी क्यों* शायद मुख्यमंत्री का कार्यक्रम देखा नहीं चलिए हम आपको बताते हैं उधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर आगमन के दौरान कड़े शब्दों में कहा था कि बैंक से जुड़ी प्रति ठीक नहीं है इसे साफ शब्दों में कहा कि इसे सुधारें अथवा बैंक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।बताते चलें कि एक तरफ उधर बैंक अधिक से अधिक ग्राहकों को जोड़ने के लिए लाख प्रयत्न कर रहे हैं ग्राहकों को घर तक पेंपलेट के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रहे है। इधर बैंक में ग्राहकों के साथ बदसलूकी की जाती है।

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