मां मनसा की पूजा लगभग 200 साल से अधिक समय से प्रचलित है

सुस्मित तिवारी

स्वर्गीय अभय सेन के परिवार में* पूरा सावन होता है मां मनसा का पाठ का गायन

हिरणपुर (पाकुड़ )सांपों की देवी मां मनासा का पूजा शुक्रवार देर रात को हिरणपुर प्रखंड में भक्ति ,श्रद्धा, और आस्था के साथ कई स्थानों में प्रतिमा स्थापित कर और उपवास रखकर भक्ति भावना से संपन्न हुआ। हिरणपुर बाजार मैं मां मनसा पूजा का आयोजन का भव्य इतिहास लगभग 200 साल से अधिक समय से विधिवत आयोजन स्वर्गीय सेन के घर में घट और मनसा डाल के साथ प्रचलित है, जो आज भव्य आयोजन के साथ प्रत्येक वर्ष संपन्न होता है।

वंश के चौथा और पांचवां वंशज के अरुण कुमार सेन, वरुण कुमार सेन, तपन कुमार सेन एवं पांचवा वंशज सुदीप कुमार सेन तथा सौमित्र सेन के अनुसार मनसा पूजा का प्रारंभ इनके परदादा सनातन सेन के द्वारा घट और मनसा डाल (नआगफएनई काटा) को स्थापित कर प्रारंभ किया था, किंगवंदंती के अनुसार वो आध्यात्मिक व्यक्ति और सिद्ध पुरुष थे, जिन्होंने हिरणपुर बाजार में मनसा पूजा कब प्रारंभ किया, तत्पश्चात उनके पुत्र हरे कृष्ण सेन परंपरा को जारी रखें और अंत समय आते आते अपने पुत्र स्वर्गीय अभय सेन को कहते हुए गए अब तक मनसा दाल और घट से पूजन होता है, तुम मूर्ति स्थापित कर पूजा प्रारंभ करो, फलस्वरूप स्वर्गीय अभय सेन मां मनसा का मूर्ति स्थापित कर अपने पूर्वजों का आदेश के अनुसार पूजा प्रारंभ किया जो आज भी उनके वंशज के द्वारा विधिवत और हर्ष उल्लास के साथ संपन्न होता है

, जहां हिरणपुर बाजार ही नहीं आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी पूजा में श्रद्धा के साथ आते हैं।पूजा के उपरांत दूसरे दिन मां मनसा पूजा का मेला भी भव्य आयोजन हिरणपुर में ही होता है।वैसे तो हिरणपुर बाजार के सिनेमा हॉल टोला, फुटबॉल फील्ड, डांगापाडा़, देवपुर, धोआडांगा आदि गांव में मनसा पूजा प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धा और भक्ति भाव से सांपों की देवी मां मनसा का पूजा और आराधना मीना से किया जाता है।

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