विशेष संवाददाता द्वारा
रांची : मांडर विधानसभा उपचुनाव को कांग्रेस पार्टी अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रही है लेकिन पार्टी दे जिसे स्टार प्रचारक बनाया है उन्हीं के कारण यहां प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। चुनाव जीतने के लिए पार्टी ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है जिसमें कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता आलोक दुबे का नाम भी शामिल है। आलोक दुबे को प्रदेश नेतृत्व की इच्छाओं के विपरीत चुनाव प्रचार में प्रदेश प्रभारी की अनुशंसा पर पार्टी आलाकमान ने लगाया था लेकिन, दो ही दिन में कांग्रेस के नेताओं को इस घटना के कारण मुंह छुपा कर घूमना पड़ रहा है। खुद आलोक दुबे भी फोन नहीं उठा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेता यह तो स्वीकार कर रहे हैं कि बातचीत से आलोक दुबे की आवाज ही लग रही है लेकिन अभी तक इस ऑडियो का ना तो खंडन कर रहे हैं और ना ही इस पर कोई कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। वायरल ऑडियो में कांग्रेस नेता आलोक दुबे किसी अधिकारी से रंगदारी मांगते एवं अपने एक चहेते को योजना का लाभ दिलाने के लिए कहते हुए सुने जा रहे हैं।
इस दौरान वे अनवरत गालियां भी दे रहे हैं। उक्त अधिकारी जब उनसे ऐसे बात करने पर आपत्ति दर्ज कराते हैं तो दूसरी ओर से आवाज आती है कि अगर सामने होते तो थप्पड़ से बात करते हैं। मंत्री के फोन करने पर भी तुम काम नहीं कर रहा है। इस मामले में अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। इस ऑडियो पर भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कांग्रेस के तमाम सीनियर नेताओं को ट्वीट किया है।
उगाही में जुटे कांग्रेस के स्टार प्रचारक आलोक दुबे का गंदी-गंदी गालियां बकते आडियो वायरल हुआ है। 2 दिन पहले ही मांडर उपचुनाव में कांग्रेस ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाया है। आलोक झारखंड के मंत्री रामेश्वर उरांव का काम देखते हैं। खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी से गाली गलौज की।