कोयला संकट के बीच घटा एसईसीएल उत्पादन

व्यूरो कोरबा:देश में बने कोयला संकट के हालात के बीच एसईसीएल का रोजाना उत्पादन कम हो गया है. एसईसीएल को रोजाना 4 लाख 65 हजार टन कोयला उत्पादन करना है. पिछले सप्ताह तक एसईसीएल इस लक्ष्य के मुकाबले 4.50 लाख टन तक रोजाना कोयला खनन कर रहा था. अब इसमें कमी आ गई है. 3.83 से 4 लाख टन तक ही उत्पादन हो पा रहा है. कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एसईसीएल को मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है. इस लक्ष्य…

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साहिबगंज जिला माइनिंग का गढ़ है और साहिबगंज जिले से ही सबसे ज्यादा पैसे रांची पहुंचता था

राजनीतिक संवाददाता द्वारा रांची. निलंबित आईएएस पूजा सिंघल मामले में ईडी की जांच अब तीसरे चरण मे पहुंच गई है. मनरेगा से शुरू हुई जांच की आंच पल्स अस्पताल और उसके बाद खनन तक पहुंच गई है. वहीं उम्मीद की जा रही है की जल्द ही जांच अपने चौथे चरण में पहुंचेगी. दरअसल रवि केजरीवाल की वजह से सियासी गलियारे में भी सरगर्मी तेज हो चली है. सोमवार को रांची के जोनल ऑफिस कार्यालय में खासी गहमागहमी नजर आई. सोमवार को तीसरे चरण की पूछताछ में खनन पदाधिकारियों से जाहिर…

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सीएमपीडीआई को एमईसीएल में  विलय  करना देश हित में नहीं

बिशेष प्रतिनिधि द्वारा राँची : सीएमपीडीआइ देश की रीढ़ की हड्डी हैं। कोयला उद्योग के साथ-साथ देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सीएमपीडीआई (सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड), एक ISO-9001 कंपनी, भारत के सबसे बड़े कंसल्टेंसी संगठन और एक विस्तारित पृथ्वी संसाधन क्षेत्र में मार्केट लीडर के रूप में पूर्व-प्रतिष्ठित स्थान रखती है। इस सफलता का एक प्रमुख कारक संसाधन अन्वेषण और विकास, कोयला तैयारी, उपयोग और प्रबंधन, कोयला/सामग्री प्रबंधन व्यवस्था, साथ ही इंजीनियरिंग और पर्यावरण प्रबंधन के क्षेत्र में सेवाओं की पूरी श्रृंखला की पेशकश…

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*पाकुड़ जिले में बेखोफ अवैध खनन जारी, साहब मौनव्रत में*

* Illegal mining continues in Pakur district

श्रीरामपुर, बासमाता, पीपलजोड़ी, मालपहाड़ी, सुंदरापाहाड़ी समेत कई गांवों में दर्जनों अवैध पत्थर खदान संचालित हो रहे हैं, और माफिया के साथ-साथ जिम्मेदार का भी जेब गर्म हो रहा है। पाकुड़। पाकुड़ मुख्याल से महज 5 किलोमीटर दूरी में चल रहीं धड़ल्ले से दर्जनो अवैध पत्थर खदान संचालित हो रहे हैं, जिस से प्रतिदिन सरकार के लाखों की राजस्व की क्षति हो रही है और इसके साथ-साथ पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंच रहे हैं, और जिला प्रशासन कान में तेल डाले सोए हुए हैं। उक्त क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन…

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गुजरात में सबसे बड़े कोयला घोटाला

दिल्ली व्यूरो अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ। यह घपला था- कोयले की दुबे-चुपके बिक्री करने का। कोल इंडिया की खदानों से गुजरात के व्यापारियों व छोटे उद्योगों के नाम पर लाखों टन कोयला गायब किए जाने का फरवरी में खुलासा किया गया था। एक जांच में यह दावा किया गया कि, खदानों से निकला लगभग 60 लाख टन कोयला रास्ते में गायब किया गया और सरकार के अधिकारियों तथा व्यापारियों ने उसे बेचकर 5-6 हजार करोड़ रुपए कमाए। मीडिया में खबरें आने…

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