साहिबगंज जिला माइनिंग का गढ़ है और साहिबगंज जिले से ही सबसे ज्यादा पैसे रांची पहुंचता था

राजनीतिक संवाददाता द्वारा
रांची. निलंबित आईएएस पूजा सिंघल मामले में ईडी की जांच अब तीसरे चरण मे पहुंच गई है. मनरेगा से शुरू हुई जांच की आंच पल्स अस्पताल और उसके बाद खनन तक पहुंच गई है. वहीं उम्मीद की जा रही है की जल्द ही जांच अपने चौथे चरण में पहुंचेगी. दरअसल रवि केजरीवाल की वजह से सियासी गलियारे में भी सरगर्मी तेज हो चली है. सोमवार को रांची के जोनल ऑफिस कार्यालय में खासी गहमागहमी नजर आई.
सोमवार को तीसरे चरण की पूछताछ में खनन पदाधिकारियों से जाहिर तौर पर वो सवाल पूछे गए जिसकी जानकारी ईडी अफसरों को पूजा सिंघल और सुमन कुमार सिंह से पूछताछ में मिली. बताया जाता है कि साहिबगंज जिला माइनिंग का गढ़ है और सबसे ज्यादा पैसे साहेबगंज जिले से ही रांची पहुंचते ही है. यहीं डीएमओ के घर पर महफिल सजती है.


जानकारी के अनुसार ईडी को कुछ ऐसी जानकारियां मिली है जिसमे ये बातें सामने आई है कि डीएमओ पैसे की उगाही कर मुख्यलाय तक पहुंचाते थे. इसमे ये भी जानकारी हासिल हुई है कि ये पैसे निलंबित आईएएस पूजा सिंघल तक सुमन के मार्फत तक पहुंची है. वहीं यह भी जानकारी है कि मनमुताबिक जिलों में माइनिंग पदाधिकारियों के पद पर ट्रांसफर को लेकर भी पैसे का खेल चलता है और उम्मीद है कि इन्हीं सवालों के जवाब ईडी की टीम इनसे पुकहताछ कर जानकारी लेने का प्रयास करेगी.
बता दें, साहिबगंज जिला माइनिंग का गढ़ है और सबसे ज्यादा पैसे साहिबगंज जिले से ही रांची पहुंचता था. यहीं डीएमओ के घर पर महफिल सजती थी. साहेबगंज के डीएमओ पिछले 4 वर्षों से साहेबगंज जिले के खनन पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित है. ऐसे में साहेबगंज जिले के डीएमओ से ईडी को सबसे ज्यादा इन्फॉर्मेशन मिलने की उम्मीद है.

ईडी के रडार पर झारखंड में हुए खनन घोटाले से जुड़ा हुआ एक नया मामला आया है, जिसको खंगालने के लिए जांच एजेंसी जुट गई है. दरअसल पिछले कुछ समय पहले जब मनरेगा घोटाला मामले में झारखंड की निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल समेत कई अन्य आरोपियों के खिलाफ ईडी द्वारा 25 लोकेशन पर छापेमारी की जा रही थी उसी दौरान कुछ आरोपियों के पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावजों और कई इलेक्टॉनिक उपकरणों को जब्त किया गया था. उन्हीं उपकरणों को ईडी के द्वारा विशेषज्ञों के द्वारा जांच -पड़ताल करने के दौरान कई नए इनपुट्स जांच एजेंसी के तफ्तीशकर्ताओं को मिले, जिसके आधार पर आगे की तफ्तीश की जा रही है. ईडी के सूत्र के मुताबिक छापेमारी के दौरान जो सबूत मिले हैं, उसमें खनन घोटाले से जुडे कई नए सबूत हैं. लिहाजा उस मामले को जानने और समझने के लिए फिलहाल तीन अधिकारियों को समन देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है .
पिछले कुछ दिनों से मनरेगा घोटाला मामले में ईडी के द्वारा निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल, उनके सीए सुमन कुमार से गिरफ्तारी के बाद हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है. लेकिन खनन घोटाले से जुडे मामले में आगे की तफ्तीश के लिए आने वाले वक्त में फिर से पूजा सिंघल से पूछताछ की जा सकती है. क्यों कि पूजा सिंघल झारखंड में खनन सचिव पद पर कार्यरत थी. उस पद पर काबिज होने की वजह से ही उस विभाग से जुडे़ अन्य आरोपियों से जल्द से ही पूछताछ की जाएगी. सोमवार को पूजा सिंघल की पांच दिनों की ईडी रिमांड पूरी हो रही है. लेकिन, ईडी की टीम पूजा सिंघल और चार्टेड अकाउंटेंट सुमन कुमार की आगे की रिमांड की डिमांड कोर्ट से करेगी.

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