*पाकुड़ जिले में बेखोफ अवैध खनन जारी, साहब मौनव्रत में*

* Illegal mining continues in Pakur district
श्रीरामपुर, बासमाता, पीपलजोड़ी, मालपहाड़ी, सुंदरापाहाड़ी समेत कई गांवों में दर्जनों अवैध पत्थर खदान संचालित हो रहे हैं, और माफिया के साथ-साथ जिम्मेदार का भी जेब गर्म हो रहा है।
पाकुड़। पाकुड़ मुख्याल से महज 5 किलोमीटर दूरी में चल रहीं धड़ल्ले से दर्जनो अवैध पत्थर खदान संचालित हो रहे हैं, जिस से प्रतिदिन सरकार के लाखों की राजस्व की क्षति हो रही है और इसके साथ-साथ पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंच रहे हैं, और जिला प्रशासन कान में तेल डाले सोए हुए हैं। उक्त क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन करने वाले का विद्युत पावर खदानपाड़ा से सप्लाई होता है और इस खदान पाड़ा में माइनिंग ऑफिस भी है लेकिन विभाग को कानो तले भी किसी प्रकार की जूं तक नहीं रेंगति है। अवैध खनन का कार्य इलाके में बदस्तूर जारी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पाकुड़ मुख्यालय क्षेत्र के श्रीरामपुर,बासमाता, पीपलजोड़ी, सालपतरा, मालपहाड़ी, सुंदरापाहाड़ी समेत कई गांवों में दर्जनों अवैध पत्थर खदान संचालित हो रहे हैं। इन खदानों में अवैध पत्थर का खनन किया जा रहा है। पत्थर माफिया अवैध खनन कर मालामाल हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सरकारी राजस्व को भारी क्षति हो रही है। बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर खदानों के चलने के कारण वैध पत्थर खदानों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। आपको बतादें की वैध पत्थर खदान संचालकों पर सीटीओ में उल्लेखित मात्रा के अनुरूप निर्धारित सालाना रॉयल्टी जमा करने का दबाव होता है। दूसरी ओर अवैध पत्थर खदान संचालक को न कोई रॉयल्टी जमा करना होता है न ही उन पर कोई पाबंदी होती है। नियम कानून ताक पर रख कर पत्थर खनन का काम किया जा रहा है। नियमों की अनदेखी के कारण ही अधिकतर अवैध पत्थर खदानों में हादसे होते हैं।

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