*यूजी नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा 2022 में बायोम इंस्टीट्यूट, रांची ने नये कीर्तिमानों को हासिल किया*

*यूजी नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा 2022 में बायोम इंस्टीट्यूट, रांची ने नये कीर्तिमानों को हासिल किया*se

 

 

बायोम इंस्टीटयूट के विद्यार्थियों ने एक बार फिर यूजी नीट 2022 में बेहतर प्रदर्शन कर संस्थान का नाम रौशन किया है. विद्यार्थियों की इसी सफलता को शुक्रवार के दिन बायोम इंस्टीट्यूट ने उत्साह के साथ मनाया. शुक्रवार को बायोम के यूजी नीट 2022 के सफल विद्यार्थियों के लिए डंगराटोली स्थित स्वर्णभूमिक बैंक्वेट हॉल में सम्मान समारोह का आयोजन हुआ. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता पहुंचे. उन्होंने यूजी नीट 2022 में संस्था के *छात्र आशीष रैंक 165 और ओबीसी रैंक 29 के साथ संस्था के टॉपर* को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया. इसके अलावा सफल छात्रों में मोती (रैंक 405, जेनरल रैंक 279), आर्यमन साहू (रैंक 1671, ओबीसी रैंक 460), शिवम (रैंक 474), वेनू अमरदीप (रैंक 2399, ओबीसी रैंक 710), विष्णु (1138), ज्योति (1149), मोनू (1182), रोशन (1183), हितेश (1639), प्रकृति (2357), राहुल (2646), पंकज (2953), पियुष (3315), सामिया (3533), रवि (3957), सूरज (4930), शौर्य (5233), नैना (6111), विपिन (6329), इशिता (6598), अर्पणा (6647) वा (6771) और रिवा (7178) को भी राज्य का मान बढ़ाने के लिए सम्मानित किया.

 

*मंत्री श्री बन्ना गुप्ता* ने कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा देश के श्रेष्ठ परीक्षाओं में एक है. 12वीं बोर्ड परीक्षा में सफल होना छात्र जीवन की बड़ी सफलता है. जबकि, अपने लक्ष्य का पीछा करते हुए प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होना न केवल अपने दायित्व को पूरा करने जैसा है, बल्कि समय का सटिक उपयोग और अपने लक्ष्य के प्रति सजग रहने की जिम्मेवारी को दर्शाता है. विद्यार्थी अब देश के और राज्य के श्रेष्ठ मेडिकल कॉलेज में अध्ययन करेंगे. और समय के साथ प्रशिक्षित डाॅक्टर के रूप में स्थापित करेंगे. समाज में डॉक्टर का दायित्व कितना बड़ा है, इसे हम लोगों ने कोरोना काल के दौरान महसूस किया है. विद्यार्थियों को अपने स्पेशलाइजेशन में भी आगे बढ़ना होगा. और समय की मांग को पूरा करते हुए, एक जिम्मेवार नागरिक के रूप में स्थापित करना होगा. चिकित्सा सेवा का क्षेत्र बड़ी जिम्मेवारी है. इसके लिए अच्छे इंसान बन निस्वार्थ भाव से सेवा करने की सपथ लेनी होगी. विद्यार्थियों ने हर चरण में अच्छा प्रर्शन किया है और आगे भी बेहतर करेंगे.

 

वहीं, विशिष्ठ अतिथि *राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी* ने विद्यार्थियों को उनकी सफलता के लिए सम्मानित किया. साथ ही उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा में कदम रखने के लिए विद्यार्थी तैयार है. शिक्षा न केवल अच्छा भविष्य देती है. साथ ही अपने कर्म से समाज को खुशहाल रखने की जिम्मेवारी. चिकित्सा सेवा का क्षेत्र कामयाबी का एक ऐसा मंच है, जहां लोगों से अच्छे संपर्क बनते हैं. डॉक्टर को समाज में भगवान का दर्जा दिया जाता है. विद्यार्थियों को इस जिम्मेवारी से अपने भीतर चेतना जगानी होगी. सफल डॉक्टर बनकर ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा सेवा पहुंचाना होगा. आज भी राज्य के कई ग्रामीण इलाके में बेहतर चिकित्सा सेवा नहीं पहुंची है. डॉक्टर के पेशा से जुड़ने के बाद पैसे की लालच न रखें, अपने कर्म और स्वभाव से बेहतर काम का लक्ष्य रखना होगा.

 

*सम्मानित अतिथि डायबीटिज केयर सेंटर, रांची के डॉ अजय छाबड़ा* ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना. कहा कि भावी डॉक्टरों को अगले पांच वर्षों तक जमकर मेहनत करने की जरूरत है. कॉलेज से ही छात्र जीवन के विभिन्न रंगों को शिक्षा से जुड़कर सीखते हैं. मेडिकल की पढ़ाई न केवल लगातार प्रशिक्षित होने का अवसर देती है, बल्कि लगातार पढ़ने के लिए तैयार करता है. इस पेशे में लगातार खुद को प्रशिक्षित करने और नये बदलाव को अपनाने का अवसर मिलेगा इसे ध्यान में रखना होगा.

 

*पल्स हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ दीपक गुप्ता* ने समारोह में शामिल होकर विद्यार्थियों की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी. उन्होंने विद्यार्थियों को अपने अनुभवों से प्रेरित किया. बताया कि मेडिकल कॉलेज के दिनों में कैसे पढ़ाई के साथ प्रशिक्षण हासिल किया जा सकता है. विद्यार्थी अब अपने आने वाले दिनों में इस बदलाव को महसूस कर खुद को स्थापित करने की यात्रा में आगे बढ़ेंगे. समय के साथ नयी चुनौतियों को अपनाने और उसमें बेहतर करने के लिए तैयार रखना होगा.

 

मौके पर *सर्जन डॉ अजित कुमार* भी उपस्थित हुए. उन्होंने विद्यार्थियों को चिकित्सा सेवा के करियर से परिचय कराया. कहा कि मेडिकल व चिकित्सा सेवा से जुड़ने वाले सेवा भाव के सार्थी है. खुद को दूसरों के लिए तैयार रखना होगा. भविष्य में आप में से बैठे सभी विद्यार्थी किसी न किसी रूप से अपने चिकित्सीय सेवा से दूसरों को लाभ पहुंचायेंगे. इसके लिए सबसे पहले मेडिकल की पढ़ाई के दौरान खुद को ईमानदार रखना होगा. मेडिकल की पढ़ाई में गंभीरता की जरूरत है. पेशेवर बनने के लिए जानकारी के साथ प्रशिक्षण दोनों जरूरी है. मेडिकल के विद्यार्थी को स्मरण शक्ति की जरूरत पड़ेगी, इसके लिए अपने स्वास्थ्य का भी खास ख्याल रखना होगा.

 

 

*बायोम इंस्टीट्यूट के संस्थापक सह एमडी पंकज सिंह* ने कहा कि विद्यार्थी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. मेडिकल प्रवेश परीक्षा में संस्था से जुड़े विद्यार्थियों को शतप्रतिशत सफलता मिली है. बीते वर्षों की तुलना में इस वर्ष भी विद्यार्थियों ने बेहतर रैंक हासिल किया है. विद्यार्थी का प्रदर्शन बेहतर हो इसके लिए बायोम खास रैंकर्स बैच संचालित करता है. इस वर्ष बैच में शामिल 27 में 25 छात्र ने बेहतर रैंक हासिल कर झारखंड का मान बढ़ाया है. विद्यार्थियों की सफलता का श्रेय संस्था के शिक्षकों को जाता है. शिक्षक प्रशांत कौशिक, पीके सौरव, प्रिया, डॉ सुशांत कुमार, रोशन कुमार, रजनीश कुमार, निर्भय सिंह, संतोष कुमार, अभिजीत प्रधान, तनवीर आलम, अनिल कुमार, विमल कुमार शुक्ल, कुमार राहुल, अभिषेक कुमार, रौनक कुमार, डॉ शशिकांत कुमार, अमिताभ मिश्रा, चंदन गुप्ता व अन्य ने विद्यार्थियों का हर एक स्तर पर मूल्यांकन करते हुए मार्गदर्शन किया है.

*इस वर्ष संस्था के कुल 902 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. इनमें से 812 विद्यार्थी यूजी नीट 2022 परीक्षा में शामिल हुए हैं. वहीं,152 विद्यार्थियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए खुद को मेडिकल कॉलेजों में स्थापित करने लायक बनाया है.* इन सभी विद्यार्थियों को देश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेज में नामांकन मिलेगा. जल्द ही ऑल इंडिया कोटा और राज्य कोटा के तहत काउंसेलिंग की प्रक्रिया शुरू होगी. बायोम की ओर से विद्यार्थियों को मेडिकल काउंसलिंग की भी जानकारी दी जायेगी. ताकि, समय रहते विद्यार्थी अपने रैंक के आधार पर बेहतर मेडिकल कॉलेज हासिल कर सकें.

सम्मान समारोह में मुख्य रूप से प्रभात खबर के वाइस प्रेसिडेंट विजय बहादूर, एमडी श्योर सक्सेस सेंटर सुनील जायसवाल, रेडियो खांची के निदेशक डॉ आनंद ठाकुर, चाणक्य आइएएस एकेडमी के निदेशक विनय मिश्रा, साइकोग्राफिक सोसाइटी के निदेशक विकास कुमार समेत अन्य मौजूद थे.

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