रामाकुंडा किसान सभा कार्यालय में दलित शोषण मुक्ति मंच और किसान सभा की संयुक्त बैठक हुई।

गोमो : 18 नवंबर 2023 को तोपचांची प्रखंड के अंतर्गत रामाकुंडा पंचायत में किसान सभा के कार्यालय में दलित शोषण मुक्ति मंच और किसान सभा की संयुक्त सभा की गई। सभा की अध्यक्षता धरपति डोम ने की और किसान सभा के नेता परशुराम महतो ने संचालन किया। सर्वप्रथम मजदूर और किसानों का नेता वासुदेव आचार्य के निधन पर 1 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।दलित शोषण मुक्ति मंच के राज्ध्यक्ष शिव बालक पासवान ने अपने संबोधन में लाल सलाम, जय भीम के नारा से ग्रामीण जनता को स्वागत किये और कहा की लाल और नीला रंग का गठजोड़ ही भारत की राजनीति में ही बेहतर भारत और संविधान, लोकतंत्र, सामता, बंधुत्व की रक्षा की जा सकती है और सर्वविदित है कि अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक समुदायों के संविधान के लागू होने के बाद भी हर तरह से भेदभाव उत्पीड़न, हिंसा और घोर अन्याय का सामना कर रहे हैं और भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से पिछले 9 वर्षों में स्थिति और खराब हो गई है यह सरकार ऐसे तरीके से काम कर रही है जो संविधान और संवैधानिक संस्थानों को कमजोर कर रहे हैं और शासन में मनुवादी दृष्टिकोण को मजबूत कर रहे हैं। परिणाम स्वरूप भारतीय नागरिकों की कड़ी मेहनत से हासिल सभी अधिकारों पर हमला हो रहा है इसके खिलाफ दिनांक 4 दिसंबर 2023 को दिल्ली,महामही राष्ट्रपति को कुछ महत्वपूर्ण मांगों, हस्ताक्षर के साथ ज्ञापन दिया जाएगा। भोजन, सुरक्षित पेयजल, कपड़े, आवास, सार्वजनिक स्वास्थ्य और चिकित्सा देखभाल, सामाजिक सुरक्षा और सामाजिक सेवाओं की सुलभ पहुंच के साथ-साथ महिलाओं और पुरुषों के स्वास्थ्य और कल्याण से जुड़ी सार्वजनिक सुविधाएं और स्पेस के अधिकारों की रक्षा की जाए। ग्रामीण भूमिहीनों को जीवन यापन लायक मजदूरी और 5 एकड़ भूमि का स्वामित्व सुनिश्चित किया जाए यह भी सुनिश्चित करें कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति को उन्हें आवंटित सभी भूमि पर कब्जा मिल जाए और सामान्य जनगणना के साथ-साथ जाति जनगणना भी अभिलंब कराई जाए।किसान सभा के नेता परशुराम महतो अपने संबोधन के दरमियान कहा कि आज जनता तथा देश की स्थिति चिंताजनक एवं गंभीर और केंद्र सरकार की मौजूदा मजदूर विरोधी किसान विरोधी जन विरोधी नीतियां नीतियां ही जिम्मेदार है। इन नीतियों ने केवल हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था बल्कि हमारे देश की एकता और अखंडता के लिए भी विनाशकारी साबित हुई है। महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ते मूल्य वृद्धि, देश की परि संपत्तियों को बेचना, भूमि अधिकरण करने के खिलाफ तथा अन्य ज्वलंत मुद्दों को लेकर किसानों और मजदूरों, दलितों, शोषित पीडीतों को संयुक्त गहन प्रचार अभियान के तत्वाधान में दिनांक 26 से 28 नवंबर 2023 रांची में राजभवन के समक्ष तीन दिवसीय लगातार महापढा़व के कार्यक्रम में यहां से किसान मजदूर महिला दलित शोषित पीड़ितों की भागीदारी होगें। धन्यवाद विनोद पासवान ने किया और इस दौरान दलित शोषण मुक्ति मंच मुक्ति मंच एक कमेटी का गठन किया गया।कन्वेंनर विश्वनाथ मोहाली, धरपति डोम, कंचन कुमार, श्याम सुंदर कुमार, धनु रजक, अर्जुन कुमार, भुवनेश्वर प्रसाद महतो तीन स्थान रिक्त रखा गया है।

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