नाम सिटी होस्पीटल, सुविधा मानक से भी कम

मनीष बरणवाल

जामताड़ा :जामताड़ा में एक निजी हॉस्पिटल बिना आईसीयू बेड के चल रहा है। वहीं यहां दवा दुकान बिना फार्मासिस्ट के चल रही है। इसका खुलासा अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण के दौरान किया। बता दें कि सदर अस्पताल की मेडिकल टीम ने आज शहर के सिटी हॉस्पिटल की जांच की।

इसमें कई तरह की अनियमितताएं देखने को मिलीं। चौंकाने वाली बात ये रही कि अस्पताल प्रंबधन अधिकारियों की टीम को जांच में सहयोग करने के बजाय उनसे उलझ पड़े। दोनों पक्ष के बीच हुए विवाद को सुलझाने में कुछ घंटे लग गये। जांच के क्रम में पाया गया कि साहिया के सहयोग से सिटी हॉस्पिटल में करीब सात प्रसूति महिलाओं को लाया गया। इस बात की जानकारी खुद प्रसूता महिलाओं ने जांच के लिए पहुंची टीम को दी।

वहीं सदर अस्पताल से रेफर संबंधित कोई भी पर्ची सीटी अस्पताल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध नहीं करायी जा सकी। इसके अलावा इस काम में लिप्त एक एंबुलेंस चालक और आधा दर्जन सहिया के नाम का भी खुलासा हुआ है। इन लोगों पर सदर अस्पताल के मरीजों को सिटी हॉस्पिटल पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।लैब का निबंधन नहीं हुआ है।

जांच में पता चला कि सिटी हॉस्पिटल के अंदर संचालित लैंब का निबंधन नहीं कराया गया है। वहीं लैब में एक्सपाइरी जांच किट पायी गयी। हीमोग्लोबिन की रैपिड जांच करने वाला रीजेंट 3 साल पुराना था। लापरवाही बरतते हुए सामान्य फ्रिज में हीमोग्लोबिन को स्टोर किया गया था। जांच टीम ने पाया कि हॉस्पिटल में अलग से लेबर रूम की कोई व्यवस्था नहीं है।

ओटी में ही लेबर रूम का संचालन किया जा रहा है। जांच के समय एक भी चिकित्सक सिटी हॉस्पिटल में मौजूद नहीं थे। जानकारी के अनुसार सभी डॉक्टर बाहर से आते हैं और इलाज कर वापस चले जाते हैं। मरीज अप्रशिक्षित नर्स और कर्मी के भरोसे रहते हैं।आईसीयू में अइसीयू बैड तक नहीं मिला। जांच टीम ने पाया कि हॉस्पिटल में चार बेड का आईसीयू की व्यवस्था है। लेकिन आईसीयू में एक भी बेड मानक स्तर का नहीं पाया गया। लगाये गये सभी बेड नॉर्मल हैं। आईसीयू में लगाये गये चार नॉर्मल बेड में से तीन पर ही डिजिटल मॉनिटर लगाया गया है। इसमें एक मॉनिटर खराब है।

खबर है कि यहां अप्रशिक्षित नर्सों को रखा गया है। जांच टीम को निरीक्षण के दौरान सीटी अस्पताल में स्त्री रोग चिकित्सक भी नहीं मिले।अस्पताल के अंदर दवा की दुकान है, लेकिन यहां फार्मासिस्ट नहीं है। जांच टीम में चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर दुर्गेश झा, डॉक्टर डीसी मुंशी, डॉक्टर सना अंदालिव, डीपीएस डॉक्टार पंकज कुमार, डीपीसी गौरव कुमार, राहुल तिवारी सहित अन्य शामिल थे।

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