एससीटी निर्माण में मानकों की अनदेखी कर किया जा रहा है काम
मसलिया(दुमका): मसलिया प्रखंड के सुग्गापहाड़ी पंचायत के हरिपुर व मनकाचक मौजा में बदलाव फाउंडेशन की ओर से कराए जा रहे दो हेक्टेयर भूभाग पर एससीटी निर्माण में मानकों की अनदेखी कर काम कराया जा रहा है। सरकार मजदूरों को रोजगार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं वहीं बदलाव फाउंडेशन मजदूरों को आधा मजदूरी दे रहे हैं। यही नहीं बाल मजदूरों से काम लिया जा रहा है।
मनकाचक और हरिपुर मौजा पहाड़ी किनारे कराये जा रहे एससीटी कार्य में बिना प्राकलन बोर्ड के बगैर ही काम महीने भर से चल रहा है।
हरिपुर मौजा में ग्राम प्रधान प्रधान मांझी के जमीन पर काम कराया जा रहा है वहीं मनकाचक गांव के पहाड़ी किनारे किसी अन्य लाभुक के जमीन में काम चल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार बदलाव फाउंडेशन के कोई भी कर्मी अथवा जेई कार्य के दौरान उपस्थित नहीं रहते। सारा काम दो गांव के बिचौलिया के ही देख रेख में काम चल रहा है। नियमतः प्राकलन के अनुसार प्रति हेक्टेयर में 233 एससीटी कराना है जिसका कुल प्राक्कलित राशि 29 हजार रुपये है। इस हिसाब से प्रति एससीटी लगभग 125 रुपए है। जिसमें लंबाई चौड़ाई व गड्डा क्रमशः 3.0 मीटर,0.6मीटर व 0.6 मीटर है।
लेकिन यहां मजदूरों को प्रति एससीटी मात्र साठ रुपये दिया जा रहा है। वहीं इस कार्य में बाल मजदूरों से काम लिया जा रहा है। कार्य कर रहे मजदूर मनकाचक गांव के धानेश्वर व बाल मजदूर निर्मल बास्की से पूछने पर साठ रुपये प्रति गड्ढे के हिसाब से पेमेंट दे रहा है बताया।
इस संदर्भ में बदलाव फाउंडेशन के जेई अमन कुमार से बात करने पर मजदूरी दर एक सौ अट्ठारह रुपये है कि बात कही वहीं बदलाव फाउंडेशन के जिला समन्वयक राजेश कुमार से बात करने पर बताया कि मजदूर को अभी सुखाड़ में काम मिल रहा है। हर मजदूर अपना ठीक मजदूरी दर निकाल ले रहा है।