पत्थर खदान में युवक डूबा, दूसरे दिन भी नहीं मिला शव
काजीरुल सेख
पाकुड़: थाना मुफस्सिल अंतर्गत ग्राम कालिदासपुर की बंद पड़े पत्थर खदान में बुधवार की सुबह सील मुर्मू 27 वर्षीय डूब गया था।जिसकी तलाश के लिए गुरुवार को स्थानीय गोताखोर जुटे रहे, लेकिन उसका शव नहीं मिला है। थाना प्रभारी मिंटू भारती ने बताया कि अभी युवक का शव तलाशने की कार्रवाई जारी है।बताया जाता है कि पानी से लबालब पत्थर खदान में बुधवार की सुबह नहाने आए सील मुर्मू खदान में डूब गया है। उसके कपड़े, चप्पल और साबुन खदान के किनारे पड़े मिले। नहाते हुए देख प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक के डूबकर मरने की आशंका परिजनों ने व्यक्त की है। मुफस्सिल पुलिस को सूचना मिलते ही थाना प्रभारी के आदेश पर स्थानीय गोताखोरों की टीम रस्सी व ट्यूब के सहारे युवक की तलाश में जुट गई। गुरुवार सुबह से ही गहरे पानी से भरे गड्ढे में युवक के शव की खोजबीन हेतु रेस्क्यू किया जा रहा है। इधर परिजन शव के इंतजार में खदान के किनारे बैठे हुए हैं। यह बंद पत्थर खदान आजसू के जिलाध्यक्ष आलमगीर आलम की होना बताया जा रहा है। पाकुड़ में पत्थर की कई बड़ी-बड़ी खदानें हैं। पिछले कई दशक से इन खदानों से पत्थर निकालने के कारण इनकी गहराई और आकार काफी विशाल हो गया है। बारिश के मौसम में यह खदानें पानी से लबालब हो जाती हैं। बंद पड़ी इन विशाल पत्थर खदानों में पानी भरा होने पर यह खतरनाक हो जाती हैं। इन खदानों के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था के तौर पर तार फेंसिंग के निर्देश खदान मालिकों को दिए गए थे। लेकिन किसी ने भी सीमांकन कराना मुनासिब नहीं समझा है। खुली पत्थर खदानें जिला क्षेत्र के कसीला, सितपहाड़ी, मालपहाड़ी, सुंदरापहाड़ी, बसमता, बिशनपुर, पीपलजोड़ी, हरीरामपुर खपराजोला,राजबांध,खक्सा, सिमलढाब, जियाजोड़ी,इत्यादि क्षेत्रों में हैं।