मां है वो, बेटी है वो,
बहन है वो तो कभी पत्नी है वो
जीवन के हर सुख दुख में शामिल है वो
शक्ति है वो, प्रेरणा है वो
नमन है उन सब नारियों को
जीवन के हर मोड़ पर, हमारा साथ देती है वो!
इसी उद्देश्य से गोमो स्टेशन प्रबंधक के कक्ष में बी. सी. मंडल , स्टेशन प्रबंधक-1के द्वारा ड्यूटी में उपस्थित महिला कर्मचारियों के लिए एक छोटा सा आयोजन किया गया, इस दौरान सीवाईएम, बी सी मण्डल ने कहा कि महिलाएं किसी भी समाज का स्तंभ होती हैं। हमारे आसपास महिलाएं संवेदनशील माताएं सक्षम सहयोगी और अन्य कई भूमिकाओं को बड़ी कुशलता व सौम्यता से नभा रही हैं। लेकिन आज भी दुनिया के कई हिस्सों में समाज उनकी भूमिका को नजर अंदाज करता है। इसके चलते महिलाओं को बड़े पैमाने पर असामनता उत्पीड़न वित्तीय निर्भरता और अन्य सामाजिक बुराइयों का खामियाजा भुगतना पड़ता है।
मौक़े पर पिंकी कुमारी साह, उषा मिश्रा, नौसाबा परवीन, देवजानी कर्मकार, हेमा सिंह, सुमिता देवी, इंदिरा कुमारी, मीना देवी, पूनम कुमारी, रूपा कुमारी, सोवन देवी, निमिया देवी, क्रांति वर्मा इत्यादि उपस्थित थे।