नैतिकता व मानवता दोनों एक साथ शर्मसार
संतोष कुमार दास
इटखोरी (चतरा) : नैतिकता की पतन का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है जंहा एक मामा को अपनी ही भगनी से तो दूसरी ओर भांजा को मामी से हुआ प्यार। मामला इटखोरी प्रखंड के धनखेरी व पीतीज पंचायत से जुड़ा है जंहा एक महिला की शादी बगल के पंचायत पीतीज में कर दिया गया। महिला के पति का भगना जो बालूमाथ थाना निवासी है,उसकी बदमाशियों के कारण उसे अपने नानी घर पीतीज रखा गया था जंहा उसे अपनी मामी से प्यार हो जाता है और कई बार भगने एवं पत्नी के प्यार को लेकर पंचायत में सुलहनामा भी किया जाता रहा अंत मे पति पत्नी दोनों को मायानगरी मुम्बई भेज दिया गया किन्तु भगने को मामी के प्यार ने वंहा भी खींच लिया और भगना मामी के बताए पते पर फ्लाइट कर पहुंच जाता है जंहा मामा के काम पर निकलते ही दोनों प्रेमी जोड़ा दो बच्चों को साथ लेकर एवं एक बच्चे को कमरे में बंद कर फरार हो जाते है। मालूम हो यह मामला तब प्रकाश में आया जब कल दिनांक 29/07/24 दिन सोमवार को गुल्ली मोड़ पर एक बच्चे को चलती टेम्पो से फेक कर यही दोनों प्रेमी जोड़े फरार हो रहे थे किंतु ग्रामीणों के सूझ बूझ से बच्चे को बचा लिया गया व सही सलामत स्थानीय थाने को सूचना दे कर बच्चे को ग्रामीणों ने अपने पास रख लिया। इटखोरी पुलिस के तत्परता से टेम्पो व दोनों प्रेमीजोड़े को पकड़ कर थाने में रखा गया है जंहा बात करते हुए यह पता चला कि पीड़ित मामा के भाई ने अपनी भगनी मतलब मामी के प्रेम में पड़े युवक की बहन से पहले ही ब्याह रचा रखा है और भाई के बजाय अपने साले का पैरवीकार बना बैठा है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए थाना प्रभारी इटखोरी ने बतलाया कि अभी तक किसी ने इस संदर्भ में आवेदन नही दिया है आगे थाना प्रभारी ने बतलाया कि चुकि दोनों पक्षों के अभिभावक व प्रेमिजोडे से इस संदर्भ में कोई बात नही हुई है इसलिए जबतक पूरे मामले को समझ ना लूं अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। पीतीज मुखिया ने बतलाया कि छान बिन में यह पता चला कि यह वही बच्चा है जिसे इन्होंने मुम्बई में बंद कमरे में छोड़ा था। बच्चे को चलती टेम्पो से फेकना जंहा मानवता को शर्मशार कर रहा है तो वंही इस प्यार के किस्से से नैतिक पतन स्प्ष्ट रूप में दिखाई पड़ रही है।