विवाद के दूसरे दिन भी बमबाजी के साथ हुई पत्थरबाजी
रिपोर्ट- अविनाश मंडल
पाकुड़: पाकुड़ मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत गंधाईपुर पंचायत के गोपीनाथपुर गांव में बकरीद पर्व के अवसर पर दो समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद एक्शन में आई पुलिस-प्रशासन के बाद स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। मौके पर एसपी प्रभात कुमार, डीडीसी शाहिद अख्तर, एसडीओ, सीओ व कई थानों के थाना प्रभारी मौजूद हैं और लोगों से शांति की अपील कर रहे हैं। विवाद काफी बढ़ने पर झारखंड पुलिस ने गांव में कैंप लगाया और पुलिस बल की तैनाती की जिसके बाद धीरे धीरे मामला काफी हद तक शांत होने लगा। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पाकुड़ पुलिस के कई पदाधिकारी एवं फोर्स ने रात भर गांव में मार्च करती रही ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।
क्या है मामला
पश्चिम बंगाल सीमा से सटे गोपीनाथपुर में बकरीद के अवसर पर सामाजिक तत्वों के द्वारा अफवाह पर दो समुदायों के बीच उत्पन्न हुए विवाद के बाद एक समुदाय के लोगों द्वारा दूसरे समुदाय के लोगों के साथ मारपीट की गई। इससे भड़के लोग बेकाबू हो गए और एक समुदाय के लोगों द्वारा बमबारी की गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस-प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव में ही कैंप किया। स्थिति नियंत्रण में होने के बावजूद मंगलवार को सुबह से ही बंगाल के असामजिक तत्त्वों ने फिर से उत्पात मचाना शुरू कर दिया। उप्रद्रवियों द्वारा झारखंड की तरफ गांव में पत्थर फेंके जाने लगे और साथ ही साथ बमबाजी भी की गई। कई राउंड हवाई फायरिंग भी हुई लेकिन यह फायरिंग किसने किया पुलिस इसकी जांच कर रही है।सूत्रों की मानें तो बमबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई है लेकिन, पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। वहीं, उपद्रवियों द्वारा एक व्यक्ति के घर को आग लगा दिया गया है। फिलहाल गोपीनाथपुर गांव में भय का माहौल के बीच पुलिस प्रशासन मामले को शांत करने में जुटी है। दोनो समुदाय के लोगों को आपस में बैठक कराकर उत्पन्न विवाद को समाप्त करने का प्रयास कर रही है।
क्या कहते हैं एसपी
मामले को शांत कराने का प्रयास जारी है। बंगाल सीमा से उपद्रवियों द्वारा बमबारी की गई है। सीमा पर बंगाल पुलिस नहीं है जिससे बार्डर पर लगभग 500 लोग जमा हैं। किसी व्यक्ति के हताहत की सूचना नहीं है। एक ग्रामीण के घर में आग लगाई गई है। दोषियों के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस लोगों से शांति की अपील कर रही है।
क्या कहते हैं एसडीओ
स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं। जिला प्रशासन व भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी है। बंगाल सीमा से सैकड़ों लोग आक्रमण के मुद्रा में थे लेकिन, झारखंड पुलिस द्वारा उन्हें खदेड़ दिया गया। स्थिति समान्य होने तक मौके पर पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी रहेगी।