तीनों काला कृषि बिल निरस्त लोकतंत्र की जय जुमला तंत्र की पराजय

निज संवाददाता द्वारा हजारीबाग। आज से 15 महीना पहले कोरोना महामारी काल में विपक्ष के सहमति लिए बिना तानाशाही तरह से वर्तमान मोदी सरकार ने किसान विरोधी कृषि बिल को लोकसभा और राज्यसभा में पास कराये थे उसे वापस किया गया। प्रधानमंत्री साहब अब पछताने से क्या होगा जब किसान रूपी चिड़िया आपके जनाधार को चुग चुकी है। भारत के तमाम किसानों एवं विपक्ष के आवाज को दबा दी गई, तदोपरांत पंजाब हरियाणा और यूपी के किसान आंदोलनरत हुए धीरे-धीरे पूरे भारत में किसान और विपक्ष आंदोलित हुआ इसमें 750…

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