कथावाचक कुमार रवि शंकर ने हिरणपुर मवेशी हाट स्थित शिव विवाह के प्रसंग में कहा जीवन में क्रोध समाप्त होने से अपना ओजस समाप्त हो जाता है

सुस्मित तिवारी हिरणपुर (पाकुड़) अति सर्वत्र सर्वत्र व्रजयेत के प्रसंग पर राम नवमी के अवसर पर कथावाचक कुमार रवि शंकर ने हिरणपुर मवेशी हाट स्थित शिव विवाह के प्रसंग में कहा जीवन में क्रोध समाप्त होने से अपना ओजस समाप्त हो जाता है लेकिन अति सर्वत्र व्रजयेत हैं।सुंदरकांड का उदाहरण देते हुए कहा विभीषण ने रावण को समझाते हुए क्रोध को संयम करने के लिए कहा था परंतु रावण का क्रोध अत्यधिक होने के कारण सर्वनाश हुए। अतः मनुष्य को क्रोध, लोभ, महत्वाकांक्षा सहित सभी गुण रहना चाहिए परंतु किसी…

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