पाकुड़ जिले के एक तालाब पर लग रहा है बाबूधन ग्रहण ज़िला प्रशासन है मौन 

पाकुड़ जिले के एक तालाब पर लग रहा है बाबूधन ग्रहण ज़िला प्रशासन है मौन

रिकॉर्ड के आधार पर 1345 शेषनाथ पांडे के नाम से पोखर की जमीन को गैर कानूनी तरीके से उलट पलट कर कराया गया है निबंधन

 

जिले के कई अधिकारी भी तालाबों के अस्तितव मिटाने में दिया साथ अब 1345 पर होने लगा निमार्ण कार्य

 

 

गणेश झा की खास रिपोर्ट पाकुड़/पाकुड़ जिले के पाकुड़ नगर पालिका क्षेत्र के अधीन रैयती भूमी पर रिकॉर्ड के तहत कुल 85तालाबों का जिक्र है उक्त जानकारी के अनुसार तालाबों को किन परिस्थितियों में भू माफिया एवं दलालों ने अधिकारियो के साथ साठ गांठ बना कर उनके नेचर को बदल कर तालाबों को म्यूटेशन करवा कर आज के दिनो मे बड़े बड़े भवन दुकान का निर्माण करवाया गया है पाकुड़ जिले के अधिकतर तालाबों को बंदोवस्ती के नाम पर सड़क किनारे बड़े बड़े कॉम्प्लेक्स बना कर उनसे भारी भरकर भाड़ा भी बसूलने की उपलब्धि हासिल कर रखे हैं पाकुड़ जिले में हाल के दिनो मे कई तालाबों को दिन दहाड़े मिट्टी से भर दिया गया कई मुद्दों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया पर ढाक के तीन पात की तरह मामले को ठंडे बस्ते में डाल कर रख दिया गया पाकुड़ जिले में वर्तमान समय में जमीन से जुड़े मामले में लाल सलाम गुलाबी पहचान का दौर चल रहा है और इस विभाग के साहब बेखौफ किसी को किसी की जमीन उपलब्ध कराए और निमार्ण कार्य करवाने के सिफारिश पत्र के द्वारा करने में सक्षम है क्यों नही किन्हीं रसूखदार का वरदहस्त प्राप्त हैं संथाल परगना टेनेंसी एक्ट के रिकॉर्ड के साथ छेड़ छाड़ करना ही साहब का पेशा बन गया है कई मामले सामने हैं जिसमे भी भारी भरकम लाल सलाम गुलाबी पहचान के सेटिंग फिक्स होने की चर्चे बड़े पैमाने पर सुने जाते है पाकुड़ जिले में इस तरह के मामले कई वर्षो से एक ही स्थानों में जमे हुए लिपिक और आदेशपाल इस व्यस्याय को बडे़ पैमाने पर जारी रखें हैं वर्तमान में पुजा आदि की छुट्टी को देखते हुए बड़े तबके के व्यवसाय इस मौक़े का फ़ायदा उठाने को तैयार हैं इसी कड़ी में पाकुड़ नगर थाना क्षेत्र में दाग नम्बर 1345 जिसका रिकॉर्ड शेषनाथ पांडे के नाम से दर्ज़ हैं जिसका रकवा -02-18-02धुर जमीन पोखर के नाम से दर्ज़ हैं जब इस जमीन का नेचर पोखर है और उसके साथ छेड़ छाड़ किस अधिनियम के तहत् किया गया है एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है

 

Related posts

Leave a Comment