राजनीतिक संवाददाता द्वारा
पटना. बिहार में जातिगत जनगणना की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. प्रदेश के कई दिग्गज नेता इसकी मांग कर चुके है. राजद नेता तेजस्वी यादव तो इसको लेकर काफी मुखर रहे हैं. जातिगत जनगणना को लेकर अब उन्हें एक और नेता का साथ मिला है. विकासशील इंसान पार्टी के नेता और नीतीश कैबिनेट से निकाले गए मुकेश सहनी ने इस मसले पर तेजस्वी यादव का साथ देने की बात कही है. मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव की इसको लेकर सराहना भी की है. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कई मौकों पर जातिगत जनगणना कराने की मांग का समर्थन कर चुके हैं, लेकिन इस मसले पर मुकेश सहनी का तेजस्वी यादव के साथ आने के कई सियासी मायने हो सकते हैं.
बिहार में एक बार फिर से जातिगत जनगणना पर सियासत उफान पर है. हाल ही में सीएम नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस मामले पर फैसला लेने की बात कही है. अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सड़क पर उतरने का ऐलान कर दिया है. इस बीच विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय अग्ध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने राजद का साथ देने की घोषणा कर दी है. विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को जातिगत जनगणना को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि वीआईपी शुरू से ही इस मामले को लेकर सड़क पर उतरने को लेकर तैयार है.
बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि जातिगत जनगणना को सरकार लटकाना चाहती है. उन्होंने राजद के नेता तेजस्वी यादव की इस मांग को लेकर सड़कों पर उतरने और बिहार से दिल्ली तक पैदल यात्रा करने के निर्णय पर धन्यवाद देते हुए कहा कि अगर राजद चाहती है तो वीआईपी भी उनके साथ खड़ी होगी. वीआईपी प्रमुख ने कहा कि जातिगत जनगणना की मांग को लेकर सभी दलों के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल चुका है.
बिहार में दो बार विधानसभा और विधानपरिषद से जातिगत जनगणना का प्रस्ताव पास किया जा चुका है, लेकिन केंद्र सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है. मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर यहां पक्ष से लेकर विपक्ष तक तैयार है, लेकिन इस मामले को भाजपा लटका रही है. मुकेश सहनी ने कहा कि जातिगत जनगणना से सभी वर्गों को उसके अनुपात में सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा.