नल का जल योजना में फ्लॉप, आधा से अधिक बन्द पड़ा

बिरन,प्रतिनिधि। प्रखंड में मुख्यमंत्री नलजल योजना में करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी योजना धरातल पर फ्लॉप साबित होकर रह गई है। सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से प्रतिनिधियों एवं ठेकेदार ने पंचायत में हर घर नल का जल योजना में सरकारी राशि की लूट-खसोट एवं बंदरबांट करने में कोई कसर बांकी नहीं रखा। पानी की तरह करोड़ों रुपए बहने के बाद भी प्रखण्ड में नल जल योजना दम तोड़ती हुई नजर पड़ रही है। किसी भी पंचायत में महज दिखाने के लिए नल जल योजना चालू किया गया। कहीं मोटर खराब है तो कहीं सोलर लगभग स्थानों में यह बन्द पड़ा है। ग्रामीणों की उम्मीद थी कि उसे अब नल से पानी मिलेगा परन्तु आज भी उसे कुआं और चापानल से पानी भर कर लाना पड़ रहा है। बेलाटांड़ ग्रामीण कुंती देवी कहती है टंकी लगने के बाद महज 4 महीने तक पानी मिला उसके बाद खराब हुआ सो आज तक खराब ही है कई बार इसकी शिकायत किया गया परन्तु कुछ नहीं बदला। शिकायत के बाद ब्लॉक से कोई आता है और फोटो लेकर चला जाता है कहता है 1-2 दिन में बन जाएगा यह कब बनेगा अधिकारी ही जानें। बता दें कि योजना के अनुसार ठेकेदार को 5 वर्ष तक मेंटेनेंस करना था परन्तु मेंटेनेंस का यह नियम सिर्फ कागज पर ही देखा जा सकता है । जानकारी के अनुसार बिरनी,सिमराढाब, पथलड़िहा, नवादा,जाबड़िया, अरवाटांड़, मण्डरखा सहित दर्जनों गांवों में लगे सोलर नल जल योजना बन्द पड़ा है।

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