लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी ने मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. आज राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल की मौजूदगी में विपक्षी दलों के नेताओं का बड़ा मंच सजेगा. कार्यक्रम में सोनिया और राहुल विपक्ष के नेताओं को संबोधित करेंगे. इसका मकसद एनडीए सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों को एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत लाना है.
इसका आयोजन समृद्ध भारत संस्था के ज़रिए किया जा रहा है. इनमें 200 से ज़्यादा तमाम क्षेत्रों के एनजीओ और सिविल सोसाइटी के संगठनों को न्योता है. सोनिया गांधी ने हाल में जिन विपक्षी दलों के साथ एकता दिखाई थी, उन्हीं दलों को इस बैठक में बुलाया गया है. इन संगठनों ने एनडीए सरकार को हटाने के लिए तीन स्तर पर तैयारी की है.
पहला, जो विपक्षी दल आएंगे, उनके घोषणा पत्रों का मिलान करने पर इन संगठनों ने पाया कि, करीब 42 बातें मिलती जुलती हैं. वहीं 15 ऐसी बड़ी अहम बातें हैं, जो सबमें हैं. उनको लेकर ये संगठन विपक्षी दलों से इसको न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत स्वीकारने की वकालत होगी और उम्मीद है सब इसको स्वीकार कर लेंगे. दूसरा, एक चार्जशीट भी तैयार की गई है. इसमें एनडीए सरकार के तमाम सेक्टर में क्या किया ये होगा. इस चार्जशीट को लॉन्च किया जाएगा. साथ ही ये ऐलान भी होगा कि, ये सभी संगठन इन दोनों चीजों को लेकर देश भर में घर घर जाएंगे.
माना जा रहा है कि, इन संगठनों से लाखों लोग जुड़े हैं जो एनडीए सरकार के खिलाफ मुहिम चलाएंगे. दरअसल, इस पूरी मुहिम की थीम 2004 की तर्ज पर है. साथ ही 2019 के चुनावों में जनता के सामने कोशिश एक कॉमन और प्रोग्रेसिव एजेंडा पेश करने की है. इसके अलावा भविष्य में गैर बीजेपी मिली जुली सरकार की सूरत में एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम का भी नए सिरे से आगाज़ करने की तैयारी है.
इस कार्यक्रम में कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम, डीएमके, आरजेडी, टीडीपी, एनसीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आप, जेडीएस, टीएमसी, योगेंद्र यादव की स्वराज इंडिया और सीपीआईएल के हिस्सा लेंगे. प्रमुख वक्ताओं में सियासी जगत से कांग्रेस से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, सीपीएम से सीताराम येचुरी, सीपीआई से डी राजा, आरजेडी से मनोज झा, डीएमके से टीकेएस इलंगोवन, योगेंद्र यादव और सीपीआईएमएल की कविता कृष्णन शामिल हैं.