अरुण कुमार चौधरी
दो दिन पहले मोदी सरकार ने घरेलू रसोईं गैस के सिलेंडर पर प्रति सिलेंडर पर रु 200 कम करने की घोषणा की और घोषणा से भाजपा के 6 मुख्यमंत्री 5 केन्दीय मंत्री गण तथा भाजपा के बड़े-बड़े नेता के साथ -साथ हमारे गोदी मीडिया नाच -नाच कर बताने लगे कि रसोई गैस सिलेंडर का दाम रु 200 कम कर भाई मोदी जी ने राखी के अवसर पर बहनों को उपहार दिया है ! इस पर सीएम योगी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “आमजन के जीवन को सुगम-सुखद बनाने के लिए अविराम गतिशील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने घरेलू गैस सिलेंडर के मूल्य को 200 रुपये सस्ता करने और ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के तहत 75 लाख नए गैस कनेक्शन प्रदान करने का अभिनंदनीय निर्णय लिया है. पीएम उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को मार्च, 2023 में प्रदान की गई 200 रुपये की सब्सिडी के अलावा यह राहत अतिरिक्त होगी. इस प्रकार, लगभग 10.35 करोड़ उज्ज्वला लाभार्थियों को 700 रुपये में गैस सिलेंडर प्राप्त होगा
कल से बजने वाले ढोल-ताशे अब जब शांत हो गये हैं – तो पढ़िए रसोई गैस के दाम घटा कर बहनों को तथाकथित तोहफ़ा देने का सच. -ये जनता की ताक़त है कि रसोई गैस के दाम में आग लगाने वाले अब दाम घटाने को मजबूर हैं.• 9.5 सालों में ईंधन टैक्स से 30 लाख करोड़ की मुनाफ़ाख़ोरी की • ख़रीद की क्षमता से दुनिया में सबसे महँगी रसोई गैस भारत में बिकी• रसोई गैस दाम 2014 – 2023: 185% ऊपर गये• रसोई गैस दाम 2014 में रु 400, 2023 में रु 1140 • अगस्त 2023 में रसोई गैस दाम 17.5% घटाए• भारत में रसोई गैस दाम साऊदी अरामको के LPG दाम और रु/$ पर निर्भर • साऊदी अरामको LPG दाम: Jan 2014 में $1010/MT Vs Jan 2023 $590/MT • साऊदी अरामको LPG दाम: August 2023 में $470/MT • साऊदी अरामको LPG दाम July ‘23 में $400/MT, June ‘23 $450/MT 10 साल से डाका डालने वालों, बहुत देर कर दी. ये पब्लिक है, ये सब जानती है.
जबकि सरकार ने एलपीजी सब्सिडी बंद कर साल 2021-22 में 11,654 करोड़ की बचत की। सरकार ने इस अवधि में एलपीजी सब्सिडी के रूप में उज्ज्वला स्कीम के तहत मात्र 242 करोड़ की सब्सिडी दी। एक साल पहले एलपीजी सब्सिडी के रूप में 11,896 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी। रसोई गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को सरकार धीरे-धीरे खत्म कर रही है। सरकार फिलहाल उज्ज्वला स्कीम के तहत दिए गए रसोई गैस कनेक्शन को ही गैस सिलिंडर पर सब्सिडी दे रही है।पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 2017-18 में एलपीजी सब्सिडी पर 23,464 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। वर्ष 2018-19 में यह बढ़कर 37,209 करोड़ रुपये पहुंच गया। इसके बाद सरकार ने लोगों से सब्सिडी छोड़ने की अपील की और करोड़ों ग्राहकों ने इस अपील पर सब्सिडी छोड़ दी, जिससे वित्त वर्ष 2019-20 में सरकार का खर्च घटकर 24,172 करोड़ पर आ गया।
इसके बाद सरकार ने सब्सिडी को उज्ज्वला स्कीम के तहत ही जारी रखने का फैसला किया। बाकी ग्राहकों के लिए रसोई गैस सिलिंडर पर सब्सिडी बंद कर दी गई। ऐसे में 2020-21 में रसोई गैस सब्सिडी पर करीब 50% से ज्यादा की गिरावट आई और सब्सिडी का खर्च घटकर 11,896 करोड़ रुपये रह गया। इसके बाद 2021-22 में यह खर्च घटकर महज 242 करोड़ रुपये रह गया।
जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि जब से सरकार ने गैस सिलेंडर पर सब्सिडी बंद की है, तभी से गैस सिलेंडर भी काफी महंगा हो गया है. इससे आम लोगों की जेब पर भार पड़ा है। यह तो आम गरीब लोग ही जानते हैं। अब गैस सिलेंडर के लिए लोगों को एक हजार रुपये से ज्यादा खर्च करने पड़ रहे हैं। जबकि पहले जब गैस सिलेंडर पर सब्सिडी मिलती थी तो लोगों को गैस सिलेंडर रिफिल कराने के लिए बहुत कम पैसे खर्च करने पड़ते थे
बताते कि भारत सरकार ने साल 2010 में पेट्रोल पर दी जाने वाली सब्सिडी को खत्म कर दिया था. इसके बाद साल 2014 में डीजल पर मिलने वाली सब्सिडी भी खत्म हो गई थी. फिर साल 2016 में सरकार ने मिट्टी के तेल (केरोसिन) पर दी जाने वाली सब्सिडी को भी बंद कर दिया था. इन सभी के बाद साल 2020 से एलपीजी गैस सिलेंडर पर भी सब्सिडी मिलनी बंद हो चुकी है.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी खत्म करने को लेकर सरकार ने किसी भी तरह की कोई आधिकारिक घोषणा भी नहीं की.
इसी सब बातों को लेकर आम लोगों का कहना है की मोदी सरकार एक पॉकेटमारो के गिराहों की तरह काम करता है जैसे कि कोई भी एक मुसाफिर बस पर यात्रा करने के लिए बस में चढ़ता है और पॉकेटमारो के गिराहों ने जेब से पूरे रु 5000 जेब को काट कर लेता है और फिर वही मुसाफिर इस जेवकतरों के सामने रोना -धोना शुरू कर देता है और कहने लगता है कि अब हमारे पास एक भी पैसा नहीं है और पाहुंन यानि अपने संबंधी के घर पर कैसे खाली हाथ जाऊंगा और फिर कैसे हम मैं अपना घर लौटूंगा और तभी ही इस के बीच से एक जेबकतरा हमदर्दी जताते हुए अपने जेब से रु 500 रुपए देकर बेचारे मुक्तभोगी मुसाफिर से बड़ी ही बड़ी इंसानियत का बात कर उसे चुप कराया और उसी तरह मोदी सरकार पहले रु 415 का सिलेंडर का दाम रु 1151 कर दिया और फिर रु 200 का दाम घटाकर मोदी सरकार के मंत्री ,भाजपा मुख्यमंत्री तथा गोदी मीडिया एक ड्रामा कर रहें है !
कुछ लोगों यह भी कहना है कि एक घर में शादी थी डाकुओं ने पूरे घर का सामान लूट लिया जाते समय लड़की को 100 रू शगुन दे दिया।परिवार ने FIR नहीं लिखाई बोले बंदे बहुत अच्छे थे भले ही घर लूटा लेकिन बेटी को शगुन देकर गये।यही हाल देश का है साढ़े चार साल मोदी सरकार लूटते हैं चुनाव के वक़्त सिलिंडर 200 रू सस्ता।
यह तो इस बात को चरितार्थ करता है कि एक स्वस्थ आदमी का गला रेतने के पश्चात उनके नश्वर शरीर में खून चढाने जैसा है