शुक्रवार को न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च की अल नूर मस्जिद में हुए आतंकी हमले में गोली लगने से जमशेदपुर के मो शमीम सिद्दीकी भी घायल हो गए। सिद्दीकी के कंधे में दर्द गोली है, परंतु उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। जमशेदपुर की बारीनगर निवासी सिद्धकी क्राइस्टचर्च में होटल सर्विस का काम करते हैं। शुक्रवार को हमले के दौरान जान बचाने के लिए भागते वक्त सिद्धकी को गोली लगी, जिसके बाद उन्हें क्राइस्टचर्च अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन पर गोली निकालने के बाद अब उनकी हालत खतरे से बाहर है।
आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही जमशेदपुर स्थित उनके रिश्तेदारों में चिंता पसर गई है। वहीं मानगो निवासी एक रिश्तेदार लगातार सिद्दीकी से संपर्क बनाए हुए हैं। घटना से कुछ देर बाद नमाज पढ़ने गया सिद्दीकी का 13 वर्षीय बेटा मो सेयान गोलीबारी बंद होने की वजह से बच गया। रिश्तेदारों ने बताया कि मो शमीम टेल्को की बारीनगर में रहते थे एवं टाटा मोटर्स का काम करते थे। वह 20 वर्ष पहले होटल मैनेजमेंट करने के बाद में न्यूजीलैंड चले गए, जहां होटल सर्विस का काम शुरू किया। सिद्दीकी अपनी , पुत्र और पुत्री सहित क्राइस्टचर्च रहते हैं एवं उन्होंने न्यूजीलैंड की नागरिकता भी ले ली है। मस्जिद से कुछ ही दूरी पर उनका घर स्थित है।