*PMGSY के P.W.D द्वारा लब्दाघाटी से दराजमाठ तक बनने वाली सड़क का हों रहा हैं घटिया निर्माण?*

*भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई सड़क, हो रहें है गुणवत्ता विहीन कार्य।*

*धनंजय साहा, संवाददाता*

पाकुड़: जिले के लिट्टीपाड़ा विधानसभा अंतर्गत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पीडब्ल्यूडी द्वारा लब्दाघाटी से दराजमाठ तक करोड़ों की लागत साक्षी एंटर प्राइजेज द्वारा बनाएं जा रहे पीडब्ल्यूडी रोड का निर्माण बिल्कुल घटिया व गुणवत्ता विहीन हो रहा है पीडब्ल्यूडी द्वारा बन रहे सड़क की कुल लंबाई 14.400कि.मीं. हैं इस 15 किलोमीटर की लंबी सड़क में आनेको गांव के लोग रोजाना आवागमन करते हैं जो पहले खराब सड़क के वजह से बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत अभी जो सड़क निर्माण का कार्य जो हो रहे हैं.

वह बिल्कुल गुणवत्ता विहीन है राह चलते लोग भी सड़क निर्माण की खराब क्वालिटी को देखकर आक्रोश में है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पीडब्ल्यूडी द्वारा बना रहे इस 14.400कि.मीं. लंबी सड़क में कुल 24 नग रपटे पुलिया का निर्माण हुआ है जिनकी क्वालिटी बिल्कुल खराब है।पुलिया सब का क्वालिटी देखने पर छूने से ही सीमेंट का ढलाई टूट जा रहा है और साथ ही सड़क में जो डामर लगाया जा रहा हैं है वह बिल्कुल पतला डामरीकरण हों रहा है जिसमें डामर में अलकतरा की मात्रा बहुत कम है

रोड पर मोटरसाइकिल चलने से ही अनेको तादाद में डामर उखड़ने लग रहा है इससे पता लगता है कि कितना पतला अलकतरा डामर में मिलाकर रोड पर लगाया जा रहा हैं। और साथ ही सड़क पर स्प्रे होने वाला बिटुमेन इमल्शन में भी बहुत ही अत्यधिक मात्रा में पानी मिलाते देखा गया।इन सब के बावजूद इन लोगों ने अपनी हद तो तब पर कर दिया जब सभी का दृष्टि सड़क निर्माण के योजना बोर्ड पर पड़ा PMGSY के तहत बन रहें इस निर्माण के योजना बोर्ड पर कार्य की प्रारंभ की तिथि 15/07/2022 हैं और कार्य समाप्ति की तिथि 14/07/2023 हैं जब 14 जुलाई को कार्य की समाप्ति हो चुका है तो फिर साक्षी एंटर प्राइजेज के ठेकेदार व सभी लोग दो महीना से उसे सड़क पर क्या कर रहे हैं ?

इसी से अंदेशा लगायां जा सकता हैं की इस सड़क पर कितना भ्रष्टाचार हो रहा है योजना बोर्ड के अनुसार कार्य समाप्त हुए दो महीना हो चुका है फिर भी कार्य जारी है अभी कुछ दिनों पहले पीचिंग शुरु किया गया है। इस तरह साक्षी एंटर प्राइजेज जैसे ठेकेदार ग्रामीण क्षेत्रों में, अशिक्षित आदिवासियों के क्षेत्रों में घटिया तरीकों से सड़क निर्माण करके चले जाते हैं और सड़क 5 वर्ष भी नहीं टिक पाते हैं उसी बीच सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं सड़क बनाने वाला सड़क बनाकर चला जाता है

लेकिन उस सड़क के गड्ढों में घुसता है उसी क्षेत्र के लोग, पैर हाथ टूटता है उस क्षेत्र के आवागमन करने वाले लोगों का, इसीलिए ग्रामीण व जन प्रतिनिधि लोग आक्रोश में हैं।हाल ही में पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग समिति ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पर अपनी रिपोर्ट जारी किया है ग्रामीण विकास संबंधी संसदीय स्थाई समिति ने अपनी 32वी रिपोर्ट में “खराब सड़क सामग्री” के प्रयोग में प्रकाश डाला हैं।रिपोर्ट : कई स्थानों पर सड़कें एक सीजन के लिए भी मौसम और यातायात की मात्रा का सामना नहीं कर सकीं और मानसून की शुरुआत में ही बह गईं उसी रिपोर्ट में और एक बात कहीं।रिपोर्ट : ग्रामीण विकास विभाग से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता न करने को कहा गया है।

फिर भी ठेकेदार ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्र में जब सड़क बनता है तो इन सभी रिपोर्ट,नियम, निर्देशों का धजिया उड़कर घटिया से घटिया कार्य करके चला जाता है।*क्या कहते हैं क्षेत्र ग्रामीण व जनप्रतिनिधि?*इस सड़क की निर्माण में बहुत ही गुणवत्ता विहीन कार्य को देखा जा रहा है मानक के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है इस तरह का सड़क निर्माण का कार्य नहीं होना चाहिए सड़क अच्छी बननी चाहिए सड़क बनाने वाले ठेकेदार(साक्षी एंटर प्राइजेज) तो बना कर चल जाएंगे लेकिन बाद में जब सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे होंगे उसमें घुसेंगे हम लोग, मरेंगे हम लोग, इसलिए सड़क निर्माण का कार्य बिल्कुल घटिया है इससे हम सभी ग्रामीण व जनप्रतिनिधि नाखुश है अगर इन लोगों ने ऐसे ही ऐसे ही गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण का कार्य जारी रखा तो हम लोग बहुत जल्द इन लोगों को सही करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे।

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