स्कूल में कपड़े उतरवाए जाने से आहत जमशेदपुर की दामिनी नहीं रही

क्राइम संवाददाता द्वारा
जमशेदपुर: भुइयांडीह स्थित छायानागर में 9वीं कक्षा की छात्रा ने केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया था। घटना के बाद उसे इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल और फिर टीएमएच रेफर कर दिया गया था। इधर, घटना के छह दिन बाद गुरुवार रात 8 बजे उसने टीएमएच के बर्न वार्ड में अंतिम सांसे ली। बुधवार रात ही उसकी तबियत बिगड़ने लगी जिसके बाद उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। उसके निधन की पुष्टि जमशेदपुर के सिटी एसपी ने भी की है। वहीं छात्रा के निधन के बाद माहौल को देखते हुए अस्पताल परिसर में पुलिस बल की भी तैनाती कर दी गई थी।
आपको बता दे कि शुक्रवार की शाम एक दिल दहला देने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां एक छात्रा ने स्कूल की एक शिक्षिका के कारण अपने शरीर में आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। फिलहाल वह जमशेदपुर के टाटा मुख्य अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रही है।
दरअसल ,साकची स्थित शारदामणि स्कूल की शिक्षिका को नौवीं कक्षा की छात्रा पर परीक्षा में चीटिंग करने का शक हुआ, जिसके कारण शिक्षिका ने छात्रा के कपड़े उतरवाए। इस घटना से आहत छात्रा ने स्कूल से घर आकर खुद को आग के हवाले कर दिया। करीब 80 फीसदी जल चुकी छात्रा को परिजन एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां छात्रा की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए टाटा मुख्य अस्पताल रेफर कर दिया गया है। पीड़ित छात्रा भुइयांडीह छायानगर की रहने वाली है। वही घटना के बाद परिजनों के साथ-साथ स्थानीय लोगो को स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।
इस सबंध मे छात्रा के परिजनों ने बताया कि बच्ची शारदामणि स्कूल में कक्षा 9वीं की छात्रा है। शुक्रवार के दोपहर ढाई बजे स्कूल में परीक्षा देने गई थी। इसी दौरान शिक्षिका को शक हुआ कि पीड़ित छात्रा चीटिंग कर रही है। उसके बाद शिक्षिका ने उस छात्रा को दूसरे कमरे में ले गयी और वहां उसके कपड़े उतरवाकर उसकी जांच की, इससे छात्रा को काफी ग्लानि हुई, उसके बाद शाम को वह घर आई।
घर में स्कूल ड्रेस में ही अपने बदन में तेल छिड़ड़कर आग लगा ली। परिजनों ने बताया कि जब तक परिजन कुछ समझ पाते तब तक वह काफी जल चुकी थी। उसके बाद परिजन उसे लेकर एमजीएम अस्पताल ले कर आए। परिजनों ने बताया स्कूल वाली घटना उसकी सहेली ने उनलोगों को जानकारी दी। परिजनों ने इसके लिए स्कूल की शिक्षिका चंद्रा मैडम जिम्मेदार ठहराया हैं। वही घटना के विरोध में बस्तीवासी जुट गए। उनमें शिक्षिका के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है।वही इस मामले में परिजनो ने शिक्षिका के खिलाफ साकची थाना में मामला दर्ज कराया है।
दामिनी के निधन को लेकर प्रशासन ने टीएमएच की सुरक्षा बढ़ा दी। छात्रा की मौत की खबर पाकर खुद एडीएम विधि व्यवस्था नंद किशोर लाल, सिटी एसपी के विजय शंकर, सीतारामडेरा, बिष्टुपुर थाना प्रभारी ने मोर्चा संभाला। उधर, पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों को भी तैयार कर दिया गया। छात्रा के आत्मदाह करने की घटना के बाद मुखी समाज और छात्र संगठनों ने परिजनों के साथ डीएसई कार्यालय में तालाबंदी कर दी थी। कई दिनों तक स्कूल भी बंद रहा था। इस मामले ने तूल पकड़ लिया था, जिसके बाद सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, डीसी विजया जाधव भी टीएमएच आए थे। लोगों के आक्रोश को देखते हुए अगले दिन ही पुलिस ने शिक्षिका चंद्रा दास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

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