संजय सिन्हा
धनबाद/निरसा : एक ओर मुख्य सचिव डाॅ डीके तिवारी का स्पष्ट हिदायत है कि कोयला चोरी रोकी जायेगी। साथ ही इससे होनेवाली अवैध कमाई पर भी अंकुश लगाया जायेगा। वहीं दूसरी ओर धनबाद जिले के गोविन्दपुर व निरसा थाना क्षेत्र में कोयले का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है। मंदा नहीं हो रहा कोयला का काला धंधा। इधर, विभिन्न हथकंडों के अलावा बड़े पैमाने पर अवैध कोयला कारोबार जारी है। धनबाद जिले के कोने-कोने में जिस तरह बेखौफ कोयला का धंधा चल रहा है, उससे इा अवैध धंधे में कारोबारियों के साथ राजनेताओं व पुलिस की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता। गोविन्दपुर से लेकर निरसा-कालूबथान तक के दर्जनों ऐसे भट्ठें हैं जहां अवैध कोयले के बल पर संचालित है।
बतादे कि रात के अंधेरे में कोयले का अवैध कारोबार चुपके-चुपके चल रहा है। मुख्यालय स्तर से कई बार कोयला के अवैध कारोबार में शामिल लोगों की जानकारी पुलिस को दी गयी, कार्रवाई प्रतिवेदन भी मांगा गया, लेकिन कार्रवाई किये जाने की बात सामने नहीं आयी। पिछले दिनों कोयले के अवैध कारोबार पर रोक लगाने का निर्देश एसएसपी को दी गयी थी। लेकिन सारी कवायद महज खानापूर्ति साबित हो रही है। कोयले के अवैध उत्खनन, तस्करी और अवैध कारोबार में पुलिस अफसरों की भूमिका सामने आने के बाद कार्रवाई नही की गयी। बतादे कि कोयला तस्करी में आला अधिकारियों के साथ थाना प्रभारियों की संलिप्तता की शिकायतें सामने आयी है।
गौरतलब है कि अवैध उत्खनन की वजह से कई जानें भी जा चुकी है। कोयले की काली कमाई में खाकी-खादी-सफेदपोश का गठबंधन हावी है। निरसा में खादी, खाकी व तथाकथित मीडिया के बेजोड़ मेल से शुरू किया गया कोयले का अवैध धंधा का पर्दाफाश ‘बिरसा टाइम्स’ करता रहा है। वजह अवैध कोयले के कारोबार से करोड़ों की संपत्ति खड़ी करने के बाद अब राजनीति की ओर रूख करने वालों की संख्या निरसा में बड़ रही है। कोयलांचल के खासकर निरसा क्षेत्र में एक बड़ी जमात हैं जो अवैध कोयला के कारोबार से बना है। कल के दिन में जो खाकपति थे अब वे लागे अवैध कोयला के कारोबार करके अरबपति बन गए है।
बतादे कि निरसा में ऐसे-ऐसे लोग हैं जो अवैध कोयले के कारोबार से लाखों-करोड़ों के स्वामी बन गए है। वे लोग आने वाले विधानसभा चुनाव में किसी-न-किसी पार्टी से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे है।बतादे कि कोयलांचल का ऐसा कोई भी इलाका नही था जहां कोयला का अवैध धंधा नही चला रहा हो। बाघमारा, बरवाअड्डा, बलियापुर, सिन्द्री, निरसा, गलफरबाड़ी, कुमारधुबी, गोविन्दपुर आदि कोयलांचल का शायद ही कोई इलाका हो, जहां गुप-चुप तरीके से अवैध कोयला कारोबार नहीं चल रहा हो। बतादे कि अभी भी विभिन्न हथकंडों से चोरी-चुपके कोयला तस्करी जारी है। बतादे कि राजनेताओं से लेकर जनप्रतिनिधि, पुलिस से लकर सीआईएसएफ और ईसीएल के मुगमा क्षेत्र के अधिकारी तक कोयले के कारोबार में गोपनीय तरीके से शामिल है।
तत्कालिन हेमंत सरकार में कोयला के अवैध कारोबार के खिलाफ जमीन आसमान एक कर देनेवाले भाजपा नेता अब क्यों मौन है। निरसा में अवैध कोयले के कारोबार को लेकर तत्कालिन विधायक गुरूदास चटर्जी हमेशा आवाज बुजंद किया करते थे। लेकिन वर्तमान विधायक अरूप चटर्जी अब मौन क्यों है। वहीं दूसरी ओर पंश्चिम बंगाल से चोरी का कोयला निरसा, कालूबथान, बलियापुर, गोविन्दपुर, बरवाअड्डा आदि इलाकों में रात के अंधेरे में खुलेआम पहुंच रहा है। बतादे कि धनबाद में कुछ पुलिस अधिकारियों, सफेदपोश और मीडिया के तथाकथित लोगो की मिलीभगत से गोपनीय तरीके से धंधा चल रहा है।