प्रभु येसु के दुःख भोग मृत्यु के याद में गुड़फ्राइडे मनाया जाता है

प्रभु येसु ईश्वर पुत्र हो कर भी हमारे उद्धार के लिए दुःख और मृत्यु स्वीकार किया: बिशप आनंद जोजो

हजारीबाग। प्रभु येसु मसीही के दुःख भोग और क्रूस पर मृत्यु के स्मरण में पुण्य शुक्रवार गुड़फ्राइडे मनाया जाता है,येसु ने दुःखभोग, क्रूस पर कष्टदायक मरण और अपने लहू द्वारा मानव जाति पाप से मुक्ति दिलाया उनका उद्धार किया। प्रभु का रूपांतरण महागिरजाघर के प्रांगण में सर्वप्रथम क्रूसरास्ता का दुःखभोग का पाठ किया गया, क्रूस रास्ता के विशेष चौदह स्थान जिसमे येसु को प्रताड़ित किया जाता विशेष प्रार्थना कर मानव कल्याण के लिए आशीर्वाद माँगा जाता है।

कैथोलिक समुदाय के बिभिन्न टोला मोहल्लाह द्वारा दुःख भोग पाठ किया गया क्रूसवीर के बालक बालिका क्रूस, मोमबत्ती येसु की तस्वीर ले कर अगुवाई कर रहें थे।दुःखभोग का गीत संचालन आनंदपुरी के विश्वासी और सीएमसी की धर्मबहने ने किया।दुःखभोग पाठ के बाद बिशप आनंद जोजो के नेतृत्व में फा एंटोनी, फा रेमंड, फा विजय, फा मनोज तिर्की, फा सैजू, फा अब्राहम, फा प्रदीप इत्यादि के साथ भारी संख्या में मसीही विश्वासी उपस्थित थे। पूजा समारोह को सफल बनाने में कैथोलिक सभा, महिला संघ और युवा संघ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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