राजनीतिक संवाददाता द्वारा
रायपुर :प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज रायपुर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार तथा विश्वास पात्र विनोद वर्मा के साथ-साथ राज्य के अन्य अधिकारियों के आवासीय परिसरों पर छापेमारी की। “प्रिय प्रधान मंत्री और अमित शाह” को संबोधित किया और कहा, “मेरे जन्मदिन के दिन आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार एवं मेरे OSD सहित करीबियों के यहाँ ED भेजकर जो अमूल्य तोहफा दिया है, इसके लिए बहुत आभार।–बघेल !
इस छापेमारी पर कांग्रेस के मिडिया प्रभारी श्री पवन खेड़ा ने कहा कि -पिछले कुछ दिनों में कई सर्वेज़ में भाजपा की भारी हार दिखाई जा रही है। कांग्रेस की सरकार के पीछे छत्तीसगढ़ लोगों की जनता की ताक़त है। हमें डराया नहीं जा सकता
केंद्रीय एजेंसी ने मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के परिसरों पर भी छापेमारी की। दुर्ग में एक व्यवसायी के परिसरों पर भी तलाशी ली गई।
जुलाई में, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत आईएएस अधिकारी रानू साहू और छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता और पीसीसी कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल सहित कई नौकरशाहों के खिलाफ तलाशी ली थी। रिपोर्ट के अनुसार, संघीय एजेंसी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद तलाशी ली गई।
ऐसे छापेमारी के मामले का खुलासा नहीं किया गया था, आम लोगों के चर्चा में कथित चावल घोटाले से संभावित संबंध का संकेत । एजेंसी राज्य के भीतर एक कथित कोयला लेवी और शराब से संबंधित योजना की जांच कर रही थी, जिसके परिणामस्वरूप राजनेताओं और उनके सहयोगियों के साथ-साथ आईएएस अधिकारियों सहित प्रमुख नौकरशाहों को हिरासत में लिया गया था। 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसी को छत्तीसगढ़ में 2,000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आगे की कार्रवाई करने से परहेज करने का निर्देश दिया था
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विश्वास पात्र विनोद वर्मा पर ईडी की गाज गिरी है। आज सुबह से ईडी की टीम सीएम भूपेश के सलाहकार, ओएसडी और सरकार से करीबी रखने वाले बिजनेसमैन विजय भाटिया के यहां पहुंची हुई है। दो दिन पहले ही महादेव एप से जुड़े हुए लोगों के घर ईडी की दबिश हुई थी। इस कार्यवाही को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है। ईडी ने विनोद वर्मा के देवेंद्र नगर स्थित घर पर छापा मारा है।
कौन है विनोद वर्मा :-ईडी के निशाने पर आए विनोद वर्मा वर्तमान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार है। वह सीएम भूपेश के विश्वास पात्र माना जाता है है। विनोद वर्मा को मीडिया में काम करने का लंबा अनुभव है।इस दौरान वे कई बड़े मीडिया संस्थान में काम किया है और यही कारण है श्री वर्मा सन 2018 के पहले कई भाजपा नेताओं के कला करतूत का भी पर्दाफाश किया था ,,जिसके कारण कुछ दिनों के लिए श्री वर्मा को जेल भी जाना पड़ा है!बताया जाता है कि जब भूपेश बघेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे, तभी से विनोद वर्मा की उनसे करीबी है।
इसके अलावा साल 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ में चर्चित सेक्स सीडी कांड मामले में भी वह आरोपी रहे हैं। उन दिनों वह सीएम भूपेश के सांथ जेल में भी रहे थे।
जब कि दिसंबर 2017 में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को स्वीकार कर लिया और उन्हें एक लाख के मुचलके पर सशर्त जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था।
पिछले महीना जुलाई में, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के दौरान आईएएस अधिकारी रानू साहू और छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता और पीसीसी कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल सहित कई नौकरशाहों के खिलाफ दौरान के घंटों तलाशी ली थी।