विशेष संवाददाता द्वारा
रामगढ़ जिले में शनिवार की रात गोली चली। इसमें एक युवक की मौत हो गई। घटना पतरातू के जयनगर रोड स्थित कुमार रेस्टोरेंट के समीप हुई। मरने वाले व्यक्ति की पहचान अशोक पांडेय के रूप में की गई है। बताया गया है कि घटना के समय अशाेक अपनी कार में बैठे थे। इसी दौरान अज्ञात हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। घायल अवस्था में अशोक को प्रखंड चिकित्सालय पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद रामगढ़ SP प्रभात कुमार पुलिस के आला अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। घटना की जांच प्रारंभ कर दी।
बताया जा रहा है कि अपराधी बाइक पर सवार थे। फायरिंग की घटना से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। घटना की खबर फैलते ही प्रशासनिक स्तर पर पतरातू सर्किल क्षेत्र के सभी पांच थानों के प्रभारी सशस्त्र बल के साथ पतरातू पहुंचे । पतरातू सर्किल इंस्पेक्टर लिलेश्वर महतो ने बताया कि घटनास्थल से चार गोली के खोखे बरामद किए गए हैं। घटना की खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि पतरातू के रहने वाले अशोक पांडेय को गोली मारी गई है। पूरी घटना की तहकीकात की जा रही है। घटना के पीछे के कारणों और इसमें शामिल लोग कौन थे। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। SP प्रभात कुमार ने कहा कि हमले का शिकार हुए शख्स का पूर्व में आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। यह फिलहाल जमानत पर बाहर था। घटना कैसे और क्यों घटी है। इसकी सच्चाई का पता लगाया जाएगा। घटना के बाद अशोक पांडेय के शव को थाने ले जाया गया। रविवार की सुबह इसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
पतरातू प्रखंड के जयनगर निवासी अशोक पांडे की गोली मारकर हत्या से हड़कंप सा मचा हुआ है। इस घटना के बाद पतरातू में फिर से गैंगवार की राजनीति शुरू हो गई है। गैंगवार में पतरातू औद्योगिक क्षेत्र में पहले भी दर्जनों लोगों की हत्या हो चुकी है। क्षेत्र में भोला पांडेय व सुशील श्रीवस्तव गिरोह के बीच वर्चस्व को लेकर वर्षों से खूनी खेल चल रहा है। अशोक पांडेय पर पहले भी जानलेवा हमला हो चुका है। हालांकि उसमें अशोक पांडे बाल-बाल बच गए थे। जानकारी के अनुसार करीब 14 साल पहले पतरातू रेलवे फाटक के पास एक शराब दुकान के समीप अशोक पांडे को कई गोली मारी गई थी। यह घटना भी उस समय शाम के वक्त ही हुई थी। उक्त घटना मे गोली मारने के बाद अपराधी फरार हो गए थे। जबकि गंभीर रूप से घायल अशोक पांडे को तत्काल इलाज के अभाव रांची ले जाया गया। रांची मे कई महीनों तक उनका इलाज चला था। लेकिन शनिवार को अपराधियों ने पूरी योजना बनाकर अशोक पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी।
बताया गया कि अशोक पांडेय कोयलांचल में सक्रिय पांडेय गिरोह से जुड़ा हुआ था। गिरोह के भोला पांडेय व किशोर पांडेय की हत्या के बाद से अशोक पांडेय की गिरोह में सक्रियता कम हो गई थी। फिलहाल अशोक पांडेय का व्यवसाय पतरातू के अलावा रांची में भी चलता था।
व्यवसायी अशोक पांडेय की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद पुलिस अपराधियों की धरपकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को संदेह है अशोक पांडेय की हत्या के पीछे श्रीवास्तव गुट के शूटर रियाज अंसारी का हाथ हो सकता है। शूटर रियाज अंसारी कई हत्याकांड व रंगदारी मामले का आरोपित रहा है। फिलहाल वह बेल पर रिहा होकर पतरातू क्षेत्र में ही रह रहा है। एक माह पहले ही उसने पर हमला किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने उसके रोचाप स्थित उसके घर को घेराबंदी कर दिया था। कुछ दिन पहले ही रियाज अंसारी के वाहन पर भी गोलीबारी कर हमला हुआ था। इससे वह बाल-बाल बच गया था। इसके बाद से वह पतरातू क्षेत्र से फरार हो गया था। पुलिस रियाज अंसारी की पहले से ही तलाश कर रही है।
रंगदारी वसूली के वर्चस्व, गैंगवार की लड़ाई में जिले में अबतक कई अपराधिक घटनाएं हो चुकी है। इसमें कई लोगों की मौत हो चुकी है। वर्ष 2007 में सयाल मो शकरूल्लाह की गोली मारकर हत्या हुई थी। 2008 में रांची में शर्मा मांझी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 2009 में भोला पांडेय की हत्या दुमका जेल से रांची लाने के दौरान शूटर अमरेंद्र तिवारी ने कर दी थी। 15 अक्टूबर 2014 को जमशेदपुर के कदमा में भोला पांडेय के भतीजे किशोर पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। दो जून 2015 को हजारीबाग कोर्ट में सुशील श्रीवास्तव सहित गिरोह के ग्यास और कलाम की गोली मारकर हत्या हुई थी। 26 अक्टूबर 2015 को किशोर पांडे के पिता कामेश्वर पांडे की गोली मारकर हत्या हुई थी। गोली मार कर भाग रहे एक अपराधी को पब्लिक ने पीट-पीटकर मार डाला था। इन घटनाओ के अलावा अब तक कई छोटे बडे अपराधिक घटनाएं हत्या गैंगवार के चलते हो गई है।