डीएमएफटी फंड का कर रहे गलत इस्तेमाल जिला मुखिया

पाकुड़:

गणेश झा

खनन छेत्र में पड़ने वाले छेत्र के विकास के लिए है डीएमएफटी फंड,स्कूल, स्वास्थ विभाग,सड़क,पानी,के लिए सरकार ने तैयार की थी रोडमैप, डीएमएफटी फंड के द्वारा ही होनी है खनन छेत्र के ग्रामीणों की भलाई,और खनन छेत्र में चलने वाले खदानों और उनसे प्राप्त होने वाले वाली राशि का उस छेत्र में ही विकास के लिए डीएमएफटी फंड की कमिटी बनाई गई थी,जिसका काम डीएमएफटी फंड की निगरानी करना और फंड की राशि को सही जगह पर इस्तेमाल करना।लेकिन यहां तो पाकुड़ जिला में डीएमएफटी फंड का इस्तेमाल पाकुड़ शहर में कई जगह जीम खाना बना कर किया गया है,जीम खाना बना लेकिन किया वो सही जगह बना,पाकुड़ रेलवे कॉलोनी में आनन फानन में जो जीम खाना बना दिया गया बिना रेलवे की अनुमति लिए और बाद में रेलवे की आरपीएफ टीम ने करवाई करते हुए जीम खाना को तहस नहस कर दिया, डीएमएफटी फंड का लगभग 22 लाख रुपए बर्बाद हो गया,इन रुपयों की भरपाई कोन करेगा जिला या संवेदक अब तक क्यों नही वसूले गए रुपए।पाकुड़ में और भी कई जीम खाने बनाए गए है जिनका पार्ट्स खुल कर गिरा पड़ा हुआ है,घटिया पार्ट्स का इस्तमाल किया गया है जीम खाने में।पूरा का पूरा डीएमएफटी फंड का रुपया का बंदरबाट किया गया है,जिला प्रशासन के द्वारा,खुद है सरकार और कर रहे जनता को तिरस्कार।मुंह में राम बगल में छुरी वाली कहानी हो गई, बेध और अवैध के चक्कर में पाकुड़ से रोजगार खत्म हो गया या कर दिया गया इसकी सुध नहीं है जिला प्रशासन को,कोई सरकार के राजस्व में चुना लगा रहा है तो कोई सरकारी योजना मनरेगा में चुना लगा रहा है खेल तो हो रहा है लंबा खेल खेला जा रहा है जिला प्रशासन के द्वारा।कम्बल खरीदारी और वितरण का मामला भी चर्चा में है।सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश अग्रवाल ने इस बाबत इ डी को पत्र लिखकर शिकायत भी की है।

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