वीरता पुरस्कार का माँग के साथ सचिन किस्कू का अंतिम संस्कार संपन्न

 

साथी 2 छात्र को नदी में डूबने से बचाने के लिए लगाई थी नदी में छलांग।

 

शिकारीपाड़ा/दुमका/विगत 9 अक्टूबर 2022 को चाईबासा पश्चिमी सिंहभूम जिले के खूंटपानी प्रखंड के बिंज ग्राम स्थित संजय नदी में नहाने के दरम्यान होर्टीकल्चर काॅलेज, चाईबासा के दो साथी छात्र विवेक कुमार, बरवाडीह, लातेहार और राजन कुमार सिंह, कुट्टी रंगनिया, चतरा निवासी को बचाने के चक्कर में जान गंवाये दिवंगत सचिन किस्कू, (उम्र-21 वर्ष) का अंतिम संस्कार आज उनके स्थानीय प्रवास ग्राम अंबाजोड़ा में हजारों के संख्या में पहुँचे उनके परिजन, काॅलेज के साथी छात्रगण और स्थानीय ग्रामीण महिला पुरूषों ने अश्रूपूर्ण श्रद्धांजली देकर संपन्न किया । इस अवसर पर दिवंगत सचिन किस्कू के शिक्षिका माता पौलिना सोरेन, पिता किरण किस्कू के गगनचुंबी ममतामयी चीत्कार सहित उनके परिजन व स्थानीय महिला-पुरूषों ने रो-रोकर अंतिम विदाई दी। दिवंगत सचिन किस्कू का पैतृक गांव गायपाथर, पोस्ट राजदहा, जिला पाकुड़ के निवासी हैं।

ज्ञात हो कि प्रत्यक्षदर्शी साथी छात्रों के आपबीती अनुसार

इस घटनाक्रम पर सचिन किस्कू ने अपना जान जोखिम में डालकर सर्वप्रथम डूब रहे विवेक कुमार की जान बचाई। तत्पश्चात दूसरे साथी राजन कुमार सिंह को बचाने के चक्कर में खुद अपना जान गंवाई। यह घटना तब हुई जब वे अपने काॅलेज परिसर से तकरीबन एक किलोमीटर दूरी पर स्थित संजय नदी तरफ सुबह करीब नौ बजे अन्य छात्र साथियों के साथ घूमने गये थे। नदी की स्वच्छ जल की सौन्दर्यता देखकर उन्हें स्नान करने की इच्छा हुई। सर्वप्रथम विवेक कुमार और राजन कुमार सिंह नदी पर नहाने उतरे। इस दरम्यान विवेक कुमार और राजन कुमार सिंह ने नदी की गहराई और तेज बहाव से पानी की गहराई के ओर खिंचे जाने व डूबने जैसा लगने पर उन्होंने बचाओ, बचाओ का आवाज लगाई। जैसे ही उसने आवाज दी, तो सचिन किस्कू ने उनकी डूबती हालत देखकर फौरन अपना सर्ट-पैंट खोलकर उन दोनों को बचाने नदी पर कूद गये। सचिन किस्कू ने पहले विवेक कुमार को जिंदा बचाया तत्पश्चात् जब

वह राजन कुमार सिंह को बचा रहा था तो राजन कुमार सिंह, सचिन किस्कू से लिपट गये। जिससे सचिन किस्कू नदी की गहराई और तेज बहाव तथा लिपटे हुए साथी के सामने बेदम हो गये और इस प्रकार दोनों की दुखद हादसा होकर जानें गंवाई।

हादसा का खबर पाकर स्थानीय प्रशासन व पब्लिक के सहयोग से 9 अक्टूबर को दिन भर उनके दिवंगत शरीर को खोजबीन किया गया। लेकिन देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिली। दूसरे दिन 10 अक्टूबर को राँची के रेस्क्यू टीम ने पुनः अपने तकनीकि के माध्यम से खोजबीन की। जिसमें रेस्क्यू टीम को तकरीबन छः बजे शाम तक में राजन कुमार सिंह का लाश मिला। तबतक देर शाम हो जाने पर रेसक्यू टीम पुनः अगले दिन खोजबीन करने का बात कहकर चलने लगी। इस दरम्यान स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने करीब आठ बजे रात को अन्य दूसरे छात्र सचिन किस्कू का बहते हुए लाश देखकर फौरन रेसक्यू टीम को खबर किया और स्थानीय लोगों के सहयोग से सचिन किस्कू का पार्थिव शरीर को नदी से निकाला गया। दिवंगत सचिन किस्कू का पोस्टमार्टम दिनाँक 11 अक्टूबर को ही स्थानीय प्रशासन के देख रेख पर चाईबासा में संपन्न हुआ। तत्पश्चात उनके परिजनों द्वारा सचिन किस्कू का पार्थिव शरीर को देर रात करीब दस बजे दुमका जिला के शिकारीपाड़ा थानान्तर्गत स्थित उनके स्थानीय प्रवास ग्राम अंबाजोड़ा लाया गया।

इस अवसर पर अंतिम संस्कार कार्यक्रम पर उपस्थित समाज सेवी हाबिल मुर्मू के नेतृत्व में स्थानीय पंचायत जनप्रतिधिगण, प्रबुद्धजीविगण व हज़ारों महिला-पुरूषों ने होर्टीकल्चर काॅलेज छात्र विवेक कुमार को जिंदा बचाने में सफल भूमिका निभानेवाले दिवंगत सचिन किस्कू को स्थानीय प्रशासन व झारखंड सरकार से वीरता पुरस्कार दिलाने की माँग के साथ उनका अंतिम संस्कार संपन्न किया गया। मौके पर जिला परिषद सदस्य प्रकाश हाँसदा, मुखिया नमिता बास्की, मुखिया साईमन सोरेन, समाज सेवी सेबास्टियन सोरेन, ब्रेन्तियुस हेम्ब्रम, पंचायत समिति सदस्य मंटू मरांडी, मनु मरांडी, अंबाजोड़ा के पारानिक बिलियम हेम्ब्रम, शिक्षक जियनधन सोरेन, गोनोलाल सोरेन, सुलेमान हेम्ब्रम, सिल्वेस्टर सोरेन,जयनारायण मुर्मू, पूर्व मुखिया बरियार बेसरा, सिदो कान्हू मेमोरियल क्लब, अंबाजोड़ा के अध्यक्ष सन्नी पाऊल किस्कू, सचिव सिल्बानुस मरांडी, क्लब के सभी सदस्यगण सहित हज़ारों की संख्या में महिला पुरूष उपस्थित थे

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