मनरेगा योजना के तहत बनी सिचाई कूप हुआ भ्रष्टाचारियों का शिकार

बीचामहल में भी आधा दर्जन से भी अधिक सिंचाई कूप ध्वस्त होने की कगार पर

रिपोर्ट- अविनाश मंडल

पाकुड़/ लिट्टीपाड़ा प्रखंड अंतर्गत नावाडीह पंचायत के देवपुर ग्राम में मरागबीटी हासदा के जमीन पर मनरेगा योजना के तहत सिंचाई कूप का निर्माण कराया गया था प्राक्कलन राशि 4,47,421 रुपए की लागत से बनवाया गया था लेकिन सिंचाई कूप कुछ ही महीनों में ध्वस्त होने की कगार में आ गई है, सिंचाई कूप का चारों तरफ से फट जाना सिंचाई कूप की गहराई भी कम देखी जा रही है कूप को देखने से साफ यही प्रतीत होता है कि अभियंता एवं संवेदक द्वारा सरकारी पैसों का बंदरबांट किया गया हो नाम ना छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि जब कूप का निर्माण किया जा रहा था

तब भी अभियंता के द्वारा अनियमितता बरती गई थी एवं संवेदक अपने मनमानी तरीके से कार्य करवा रहे थे ग्रामीणों ने यह भी कहा कि हमारे राज्य के मुख्यमंत्री माननीय हेमंत सोरेन ने विकास कार्य के लिए ऐसी बहुत सी योजना है जिसको जन-जन तक पहुंचाते हैं लेकिन ऐसे संवेदक एवं अभियंता की वजह से विकास नहीं हो पाता है

जिससे राज्य सरकार की बदनामी भी होती हैं, ग्रामीणों ने यह भी कहा कि राज्य सरकार हेमंत सोरेन से आग्रह है कि ऐसे अभियंता एवं संवेदक के ऊपर उच्च स्तरीय कार्रवाई कर एवं लिट़्टीपाड़ा में जितनी भी मनरेगा योजना के तहत सिंचाई कूप एवं डोभा का निर्माण कराया गया हो एक टीम गठित कर उच्च स्तरीय जांच भी होनी चाहिए।

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