छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सतनामी समाज का भरोसा जीतने में जुटी

अरुण कुमार चौधरी
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सारे कील कांटे ठीक करने में लग गया है ! कांग्रेस पार्टी अनुसूचित जनजाति सीटों पर अलग से रणनीति बना रही है ताकि चुनाव में ठीक पहले गुरु बालदास के भाजपा में शामिल होने के असर को कम किया जाए ! गुरु बालदास सतनामी समाज के धर्मगुरु है तथा सतनामी समाज अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर असर रखता है ! ऐसे भी प्रदेश कांग्रेस रणनीतिकार मानते हैं कि गुरु बाल दास का अपने समाज पर अब पहले जैसा कोई असर नहीं है !मुख्यमंत्री बघेल सरकार ने सीधे सतनामी समाज पर पहुंचने की कोशिश के लिए कई विशेष योजनाओं के साथ उन्हें सरकार की दूसरी योजना के साथ जोड़ा है !इसलिए कांग्रेस को लगता है कि गुरु बाल दास के भाजपा में शामिल होने से बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ने बाला है !
वरिष्ठ स्थानीय कांग्रेस नेता का कहना है कि हम अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर अपना प्रदर्शन दोहराने के लिए चुनाव में उतरेंगे! वर्ष 2018 में कांग्रेस ने एसी के लिए आरक्षित 10 में से 7 सीट जीती थी इसके अलावा 2 सीट पर बीजेपी और 1 सीट बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी विधानसभा चुनाव जीते है. छत्तीसगढ़ में 90 में 20 सीट पर सतनामी समाज का असर है !इसमें से 10 सीट आरक्षित है वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में गुरु बाल दास ने राजनीतिक पार्टी का गठन किया था और 21 सीट पर चुनाव लड़ा था ! लेकिन केबल उन्होंने एसी के लिए आरक्षित 10 में से सिर्फ दो सीट पर अपनी उम्मीदवार खड़े किये थे परन्तु गुरु बाल दास की पार्टी चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करना पारा था .
लेकिन गुरु बाल दास की पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने से कांग्रेस को भारी वोट का नुकशान हुआ और इसका फायदा भाजपा को मिला था , उस चुनाव में भाजपा एससी के आरक्षित 10 में 9 सीट में सफल रही थी और मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ मतभेदों के कारण गुरु बालदास ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था! वर्ष २० 18 में कांग्रेस को इसका फायदा मिला और पार्टी एससी के 10 सीट में 7 सीट जीत दर्ज किए थे
ऐसे तो कहा जाता है कि गुरु गुरु बाल दास के अलग पार्टी बनने पर भी कोई उनका असर नहीं पड़ा था जिस तरह से बिहार में स्व रामविलास पासवान का अपना 6% वोट है और अलग से लड़ने पर उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिलती है !उसी तरह से गुरु बाल दास जी का हाल है
गुरू बालदास ने कांग्रेस सरकार पर अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2018 में हम कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किए थे और घूम घूम के कांग्रेस पार्टी के सरकार बनाने के लिए वोट जुटाए. ऐतिहासिक जीत मिली लेकिन इसको संभाल नहीं पाए ,अहंकार हो गया है. . गुरु घासीदास का जगत कल्याण का संदेश है ! बिना गुरु घासीदास बाबा के आशीर्वाद के कोई भी राजनीतिक पार्टी छत्तीसगढ़ में सरकार नहीं बना सकती है. आज कांग्रेस पार्टी में समाज का अपमान किया जा रहा है. समाज के भवन में एक ईंट नहीं रखा गया. गुरु घासीदास बाबा की जयंती पर सीएम जाते है. रमन सिंह भी जाते है. लेकिन कभी उन्होंने हमारे समाज के लिए एक शब्द नहीं बोला है. गांव में शाम को भौंकने वाला कुत्ता होता है. इतना बड़ा अपमान किया गया है. ये हमारी जिम्मेदारी है, जो सरकार समाज का ख्याल नहीं रखता उसके साथ नहीं रहना है. किसान मजदूर को बासी खिला कर भुला दिया गया है. अगर त्योहार मना रहे थे तो 5 स्टार में खिलाओ. हमें अभी से शुरुआत करना है, एक फिल्म में धन्यवाद की जगह 3 आदमी की मदद करने के लिए कहा जाता है. वैसे ही हमें सीखना है. हर व्यक्ति 3 लोगों को समझना है. आज राज्य और देश के कल्याण के लिए हमें इकट्ठा होना है. सबको विकास चाहिए तो बीजेपी को जीतना जरूरी है.
ऐसे भी कांग्रेस के नेता का कहना है कि छत्तीसगढ़ में पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलेगी! गुरु रामदास के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अपनी रणनीति में बदलाव किया है ! सूत्रों का कहना है कि पार्टी समाज का भरोसा जीतने की पूरा प्रयास करेगी ताकि चुनाव में सतनामी समाज के गुरु बाल दास का असर को बहुत ही कम करदिया जाए ! ऐसे तो अब विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद ही असली बात पता चलेगा

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