कांग्रेस का आंतरिक सर्वे, पार्टी ने किया इतनी सीटें पाने का दावा

Congress internal survey, party claimed to get so many seats

News Agency : चौथे चरण के मतदान के बाद कांग्रेस ने दावा किया है कि 17वीं लोकसभा के चुनावों में उसकी सीटों की संख्या तीन अंक के आंकड़ों के पार जाएगी। एक आंतरिक आकलन के अनुसार, कांग्रेस ने 2014 के चुनाव की तुलना में इस बार अपनी टैली में काफी सुधार किया है। 2014 में पार्टी को 543 सीटों में से केवल forty four सीटें मिली थीं। कांग्रेस पार्टी की सीटों की यह संख्या अब तक के लोकसभा चुनावों में सबसे कम थी। बता दें कि इससे पहले 1991 में कांग्रेस 114 सीटों पर सिमट गई थी। 2014 में, कांग्रेस गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, दिल्ली और ओडिशा सहित thirteen राज्यों में अपना खाता खोलने में विफल रही थी। यही नहीं वह किसी भी राज्य में दोहरे अंकों के आंकड़े को पार नहीं कर सकी थी। जिसके चलते उससे विपक्ष का दर्जा भी छिन गया था। क्योंकि प्रमुख विपक्षी दल बनने के लिए ten फीसदी सीटों पर जीतना अनिर्वाय है। जबकि कांग्रेस को केवल forty four सीटें ही मिल सकी थीं। वहीं दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी thirty साल बाद 282 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली पहली राजनीतिक पार्टी बनी थी।

हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, इस आंकलन के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में लाभ होता दिख रहा है। तो आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, दिल्ली और पूर्वोत्तर में पार्टी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं कर रही है। इन मामले से जुड़े कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि, आंतरिक मूल्यांकन देश भर की कई लोकसभा सीटों से मिले फीडबैक पर आधारित है। पार्टी के उम्मीद है कि, आखिरी चरण के चुनाव के बाद इस मूल्यांकन में और सुधार होगा। बता दें कि, twenty three मई को मतगणना होनी है।

कांग्रेस का कहना है कि लोग बदलाव के लिए मतदान कर रहे थे और केंद्र में भाजपा सरकार का पतन निश्चित है। जैसा कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह के बयानों से स्पष्ट हो रहा है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि, हमारा पहला और सबसे महत्वपूर्ण मूल्यांकन मोदी की हताशा और घबराहट से है…….. कभी वह राहुल गांधी को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं, तो दूसरे दिन कहते हैं कि, वह पश्चिम बंगाल में निर्वाचित सरकार को गिराने वाले हैं। तीसरे दिन वे गृह मंत्रालय को नोटिस भेज राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि, ऐसा लग रहा है कि नरेंद्र मोदी अपनी डूबती नाव को बचाने के लिए हर तिनके का सहारा लेने की कोशिश कर रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी का दूसरा आंकलन कार्यकर्ताओं की टिप्पणियों पर आधारित है। यह बहुत उत्साहजनक है और कांग्रेस और सहयोगियों के लिए बड़े पैमाने पर लाभ होता दिख रहा है। वहीं भाजपा को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है।

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