राजनीतिक संवाददाता द्वारा
रांची. झारखंड में राजनीतिक हलचल के बीच रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय के बीच एक घंटे तक बंद कमरे में मुलाकात हुई. इस मुलाकात को वर्तमान राजनीतिक हालात में बहुत खास माना जा रहा है. 1 घंटे तक चली इस बैठक में राज्य के अंदर तमाम विकल्पों और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई. कमरे से बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. हालांकि उनसे ये पूछा कि राज्यपाल 3 दिनों से कुछ नहीं बोल रहे हैं, तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि उनसे जाकर पूछो भाई.
बैठक से निकलने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री ठाकुर ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच शिष्टाचार मुलाकात थी. नेताओं ने झारखंड में उभरी राजनीतिक परिस्थिति को कैसे ठीक किया जाये, इस पर चर्चा हुई. बैठक में आगे की रणनीति को लेकर बातें हुईं. सीएम हाउस में होने वाली बैठक के बारे में पूछने पर बताया कि बैठक के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
राजेश ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक हालात पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई है. फिलहाल विधायकों के कही जाने के सवाल को प्रदेश अध्यक्ष ने खारिज कर दिया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बता दें कि राज्य में सियासी ऊहापोह के बीच प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय शनिवार शाम को दिल्ली से रांची पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने स्टेट गेस्ट हाउस में कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की. बैठक ने बाद उन्होंने कहा कि किसी तरह की कोई परेशानी है. हमसब एकजुट हैं.
बैठक को लेकर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि ये शिष्टाचार मुलाकात थी. अंदर दोनों नेताओं के बीच क्या कुछ बात हुई ये वही बता सकते हैं. उन्होंने आगे ये भी कहा कि जरूरत पड़ी तो फिर बैठेंगे.
गौरतलब है कि खदान लीज मामले में सीएम हेमंत सोरेन मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं. उनकी विधायकी पर तलवार लटक रहा है. चुनाव आयोग ने इस मामले में अपनी सिफारिश राज्यपाल रमेश बैस को भेज दी है. राजभवन से इसको लेकर अब तक स्थिति साफ नहीं हो पाई है.