चाणक्य आईएएस एकेडमी की ओर से विवेकानंद सेंट्रल स्कूल में कैरियर सेमिनार का आयोजन

मौजूद अभ्यर्थियों से रूबरू हुए यूपीएससी के सफल छात्र क्षितिज वर्माकहा, यूपीएससी की तैयारी के लिए बड़े शहर जाने की आवश्यकता नहीं, हजारीबाग में भी हो सकती है बेहतर तैयारी

हजारीबाग। चाणक्य आईएएस एकेडमी से तैयारी कर हाल ही में यूपीएससी में 366वां रैंक लाकर सफल हुए क्षितिज वर्मा हजारीबाग स्थित श्रीराम कृष्ण शारदा आश्रम विवेकानंद सेंट्रल स्कूल में चाणक्य आईएएस एकेडमी की ओर से आयोजित कैरियर सेमिनार में चाणक्य आईएएस एकेडमी के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा, जेनरल मैनेजर रीमा मिश्रा के साथ शरीक हुए और बड़ी संख्या में मौजूद ग्यारहवीं व बारहवीं के विद्यार्थियों को सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी को लेकर विस्तृत बातें साझा की।

क्षितिज वर्मा ने इसके साथ ही कई अहम बिंदुओं का जिक्र करते हुए विद्यार्थियों को कामयाबी की राह आसान बनाने के तरीके बताए और कहा कि यूपीएससी की तैयारी के लिए 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद का समय अहम माना जाता है। इसलिए अगर आप सिविल सेवा की ओर रूख करना चाहते हैं तो आप बारहवीं के बाद तैयारी शुरू कर दें।

उन्होंने बताया कि यूपीएससी की तैयारी के लिए बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है बल्कि हज़ारीबाग जैसे शहर में भी रहकर तैयारी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि चाणक्य आईएएस एकेडमी के झारखंड में संचालित रांची, हजारीबाग व धनबाद शाखा में वैसी सभी सुविधाएं अभ्यर्थियों को मुहैया कराई जाती है, जो सुविधाएं देश की राजधानी दिल्ली में उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही चाणक्य आईएएस एकेडमी में संचालित त्रिवर्षीय फाउंडेशन कोर्स अहम है।

उन्होंने बताया कि इस कोर्स के माध्यम से यूपीएससी की संपूर्ण तैयारी कराई जाती है। मैं भी महज़ 24 वर्ष की उम्र में यूपीएससी में सफलता हासिल कर ली है तो कोई भी अभ्यर्थी जो लक्ष्य के प्रति गंभीर हो, सफल हो सकता है। उन्होंने कहा कि संस्थान में क्वालिटी एजुकेशन और समय समय पर सक्सेस गुरु एके मिश्रा, मोटिवेशनल स्पीकर विनय मिश्रा व रीमा मिश्रा के मार्गदर्शन तो प्राप्त होते रहेंगे, इसके साथ ही आप अपनी भाषा में नोट्स बनाएं, एनसीईआरटी की किताबों का गहनता से अध्ययन करें और समाचार पत्र पढ़ने की आदत डालें।

साथ ही कैरेंट अफेयर्स की पत्रिका का भी नियमित अध्ययन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन अध्ययनों से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा, लेकिन यह जरूरी नहीं कि हमारा पहला प्रयास ही सफलता की मंजिलों तक पहुंचा दे, हमें इसके लिए कई सीढ़ियों का सफर तय करना पड़ता है। इसलिए हमशा खुद को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।

उन्होंने दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति पर जोर देते हुए कहा कि इच्छा शक्ति एक ऐसी जादू की गोली है, जो आपको सफलता की किसी भी ऊंचाई तक ले जा सकती है। आईएएस बनने के अपने दृढ़ संकल्प पर टिके रहें, और आपने भीतर किसी भी प्रकार का वैचारिक असमंजस या संदेह न रखें। वहीं चाणक्य आईएएस एकेडमी के वाइस प्रेसिडेंट व मोटिवेशनल स्पीकर विनय मिश्रा ने भी अभ्यर्थियों को समय की अहमियत बताई और कहा कि एक बार बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता है, इसे व्यर्थ कार्यों में बरबाद न करें। आईएएस की परीक्षा में सफलता पाने की तैयारी करने के लिए समय प्रबंधन की तकनीक सीखकर उसपर अमल करें।

जब जीवन में सफल होने की बात आती है तो अनुशासन पूर्ण जीवन बहुत महत्वपूर्ण है और यूपीएससी की इस परीक्षा में अनुशासित उम्मीदवार ही सफलता हासिल कर सकते हैं। संस्थान की जनरल मैनेजर रीमा मिश्रा ने भी अभ्यर्थियों को सही दिशा में निरंतर परिश्रम की बात कही और कहा कि किसी भी अभ्यर्थी के लक्ष्य निर्धारण आवश्यक है, इसलिए तैयारी लक्ष्य निर्धारण कर करें, सफलता अवश्य मिलेगी। मौके पर चाणक्य आईएएस एकेडमी के झारखंड हेड अभिनव मिश्रा, सेंटर हेड मोहन कुमार, ब्रांच मैनेजर अवधेश कुमार सहित संस्थान के शिक्षक व बड़ी संख्या में अभ्यर्थी मौजूद थे।

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