ईमानदारी की मिसाल: खोया हुआ एटीएम कार्ड मालिक तक पहुंचाया

समाज में सकारात्मकता को बढ़ाने का बेहतरीन प्रयास।

सुस्मित तिवारी

आज के समाज में नकारात्मकता इस कदर हावी हो गई है कि हर कोई संदेह की दृष्टि से देखा जाने लगा है । ये पंक्तियां हजारी प्रसाद द्विवेदी ने लिखते हुए आगे जिक्र किया है कि समाज में सकारात्मकता को बढ़ावा देने के लिए हमें अच्छी घटना का प्रचार करना होगा । शिक्षक दिवस के एक दिन पूर्व पाकुड़ कालीभसान निवासी व पाकुड़ कारा में पदस्थापित रामानुज कुमार ने ऐसा ही किया है । घटना की बात करें तो कल सुबह लगभग 8 बजे रामानुज भारतीय स्टेट बैंक गये थे जहाँ उन्हें ATM के बाहर सड़क के किनारे युनियन बैंक का ATM कार्ड पड़ा मिला, जिसे लेकर वो अंदर जाकर सुरक्षा प्रहरी से कार्ड के सम्बंध में पूछताछ की तो उक्त प्रहरी ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कुछ भी बताने से इनकार कर दिया । सोशल मीडिया का प्रयोग करते हुए रामानुज ने सम्बन्धित घटना को कुछ व्हाट्सएप ग्रुप में साझा किया। 12 बजे वे अपनी ड्यूटी के बाद पाकुड़ स्थित युनियन बैंक की शाखा पहुँचकर अकाउंटेंट को घटना के बाबत जानकारी दी । बैंक से पता चला कि उक्त कार्ड महेशपुर के कोलाबारी, रोलाग्राम निवासी विमल मराण्डी का है । रामानुज ने तत्काल ही बैंक के द्वारा  उपलब्ध कराए गए विमल मरांडी के दूरभाष संख्या 9163044529 पर सम्पर्क साधते हुए विमल मरांडी को इसकी जानकारी दी एवं उनको आकर एटीएम कार्ड ले लेने का अनुरोध किया। बीती रात 8 बजे विमल मरांडी ने रामानुज से मुलाकात कर अपना कार्ड सही सलामत प्राप्त किया । इस बाबत रामानुज ने पूछने पर बताया कि इस पूरे प्रकरण में बैंक वालों ने काफी मदद की, वहीं दूसरी इस मुद्दे पर विमल मरांडी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के कारण ही समाज में आज भी विश्वास और ईमानदारी कायम है । इसी तरह का एक वाकया गत दिनों ही हुआ था जब भाजपा नेता मीठू भगत को सड़क पर एक लेडिज पर्स मिला था, जिसे लेकर मीठू ने सोशल मीडिया में पोस्ट भी किया था ।

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