रिपोर्ट- अविनाश मंडल
पाकुड़: वैसे तो विगत कई दिनों से लगातार सड़क हादसे में कई जाने चली गई। कई घर उजर गई, विभागीय रेकॉर्ड्स में मौत की सूची बनते जा रही है, फिर भी अधिकारी इस मामले पर संज्ञान नहीं ले रही है, माना की लोकसभा का महापर्व चल रही है, जिसमे सभी अधिकारी व्यस्त है लेकिन जान की कीमत भी होती है, जिससे पीछे नहीं हटा जा सकता है। मामला मंगलवार को दोपहर नो एंट्री हटने के बाद शहर के भगतपड़ा शिव मंदिर के सामने अचानक बंगाल से आ रही एक मिनी छह पहिया वाहन संख्या WB37E 0267 से टकड़ा गया दो पहिया वाहन। दो पहिया पूरी तरह आगे के चक्का में फंस गया, लेकिन चालक की किस्मत अच्छी थी जो बाल बाल बच गया। प्रदाशियों के अनुसार विपरीत दिशा से आ रही बाइक से भीड़ गया छह पहिया वाहन। बाइक चालक सड़क पर गिर गया, लेकिन डर से बाइक चालक भाग गया, लोगो का मानना है बाइक चालक उम्रदराज था जिसका पता नहीं चल पाया।
घटना का मुख्य कारण स्पीड बताया जा रहा है, ज्ञात हो की शहर में 20 km प्रति घंटे के अनुसार वाहन चलनी चाहिए लेकिन नियमो का पालन नहीं होती है, अगर भविष्य में स्पीड पर कंट्रोल नहीं किया गया तो आने वाले समय पर पुनः दुर्घटना घट सकती है, जिसमे जान भी जा सकती है। बरहाल मामले पर थाना को सूचित स्थानीय लोगो के द्वारा सूचित किया जा चुका है। पुलिस मामले पर अनुसंधान में जुट गई है। लेकिन सवाल फिर वही सड़क नियमो का पालन आखिर विभाग शक्ति से नहीं करवा पा रहा है। वही इस मामले पर सड़क सुरक्षा प्रबंधक रितेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया की विभागीय कमजोरी तो है, लेकिन इसमें परिवहन, पुलिस और माइनिंग विभाग को संयुक्त रूप से कड़ी अभियान चला कर शक्ति से सड़क नियमो को लागू करना होगा तभी इस पर पहल हो पायेगी। हमलोग लगातार सड़क नियमो को लेकर जागरूक करते है, साथ ही आम नागरिको को भी सड़क नियमो का पालन करना होगा, मुख्य सड़क पर दुर्घटना का कारण स्पीड लिमिट है, जो अक्सर देखा जाता है, स्पीड ओवर होने और मोबाइल फोन का उपयोग वाहन चलते समय होने से दुर्घटना घटने की संभावना बनी रहती है।