विशेष प्रतिनिधि द्वारा
रांची : पिछले वर्ष 2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव में जेएमएम और कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद श्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी और सोरेन सरकार के एक-दो महीने में झारखंड के आम लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि हेमंत सोरेन बहुत अच्छे और मिलनसर नेता है और सब के दुख दर्द को समझते हैं और तत्काल समाधान भी करने के लिए तत्पर हो जाते हैं है जिसके कारण आम जनों में लोग कहने लगे कि उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तरह हेमंत सोरेन भी 20 वर्षों तक झारखंड में राज करेंगे!
लेकिन करीबन 6 महीने के बाद ही इनके प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू ने तरह-तरह के कारनामे शुरू कर दिए , क्योंकि पिछले 2019 के पहले पिंटू हेमंत की राजनीति सारथी के रूप में बनकर रहे थे ,जिसके कारण पिंटू पर हेमंत १००% विश्वास करने लगे और इधर पिंटू पिछले दरवाजे से रघुवर सरकार के सारे दलालों के सहारे खेल शुरू कर दिया और इसके साथ-साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत ने मिलने के लिए मंत्री, सत्ताधारी विधायक और राजनेताओं तथा इसके के साथ-साथ सचिव स्तर के आईएएस आईपीएस अधिकारी को मुख्यमंत्री से मिलने के लिए सप्ताह तक पिंटू का चक्कर लगाना पड़ता था !सप्ताह का चक्कर काटने के बाद कहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत जी से मिलने का समय मिलता था ! इधर पिंटू रात के समय दलालों से विभिन्न मोबाइल और टेलीफोन से बात करता था और गलत काम करने के लिए अधिकारियों निर्देश देता था और इसके साथ-साथ बहुत से अधिकारी दलाल के माध्यम से बड़े-बड़े अधिकारियों को मलाईदार जगह में पोस्टिंग करता था और सूत्रों के अनुसार अगर किसी अधिकारी का स्थानांतर आदेश निकल गया और उसने पिंटू के पास पैसा पहुंचा नहीं तो आदेश तुरंत निरस्त भी हो जाता था !बड़े-बड़े अधिकारियों के मलाईदार पदों के लिए दलालों के माध्यम से लाखों रुपया लेता था! सूत्रों के अनुसार पिंटू अपनी बीवी के लिए बनारस, सूरत,तथा मुंबई से लाखों रुपए की साड़ियां रिश्वत के रूप में भी लेते थे ! पिंटू का स्वयं अपना बड़े घर होने के बावजूद यह कई रातों अशोकनगर के एक मकान में भी अपना समय बिताया करता था! हद तो तब होता था जब झारखंड के बड़े-बड़े पीएसयू के अधिकारियों से लाखों रुपए की गिफ्ट लेने के बाद ही पिंटू हेमंत जी से मुलाकात करता था !इसके साथ-साथ बहुत से आईएएस -आईपीएस अधिकारी पिंटू का नाम भगवान राम की तरह माला जपते रहता था और पिंटू का प्रभाव इतना बढ़ गया था कि खासकर कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं मुख्यमंत्री हेमंत से मिलने के लिए पिंटू के दरबार में बहुत तरह के मुजरा सुनाते रहते थे और पिंटू का जय जयकार करते थे!तब जाकर हेमंत जी से मुलाकात होता था !
ऐसे भी अभी भी पिंटू से अधिकारी डर रहे और पिंटू के फोन पर अधिकारी काम कर रहे हैं! पिंटू के काले कारनामों के कारण आज युवा ऊर्जावान , कर्मठ और झारखंड के कर्मधार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल के सलाखों में तरह-तरह की यातनाएं सह रहे हैं और पिंटू जेल से बाहर मौज मार रहे है !
ऐसे पिछले दिनों पिंटू के कारनामों में यह भी है कि ईडी के अधिकारियों को हनी ट्रैप के जरिए फंसाने, गवाह को प्रभावित करने सहित जेल में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश को सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले को लेकर हर दिन कई खुलासे हुए थे । इसी कड़ी में ईडी की ओर से अदालत में दाखिल किए गए हलफनामा ने भी कई खुलासे किए हैं। ईडी की ओर से अदालत में दाखिल किए गए हलफनामा के मुताबिक जेल के भीतर पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश को तमाम सुविधाएं मिलती थी। इतना ही नहीं प्रेम प्रकाश सीएम हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू से भी संपर्क में था। वह फोन या दूसरे माध्यम से पिंटू से बातचीत करता था।
जानकारी के मुताबिक ईडी की ओर से जो हलफनामा दायर किया गया है, उसमें ईडी ने बताया है कि ईडी के गवाह विजय हांसदा को अपना बयान बदलने के लिए अभिषेक पिंटू के माध्यम से प्रेम प्रकाश ने दबाव बनाया था। बताया कि अभिषेक प्रसाद पिंटू के माध्यम से ईडी के गवाह को 10 लाख रुपए दिए गए थे। ऐसा करने के लिए प्रेम प्रकाश ने ही अभिषेक प्रसाद पिंटू को कहा था। प्रेम प्रकाश की पूरी कोशिश थी कि वह गवाह विजय हांसदा को बयान बदलने के लिए तैयार कर सके।
ईडी ने अपने हलफनामे में जिक्र करते हुए अदालत को बताया था कि ईडी के अधिकारियों को हनी ट्रैप करने की पूरी कोशिश हुई थी। इसके लिए एक महिला जेल के भीतर प्रेम प्रकाश से मिली भी। प्रेम प्रकाश और उक्त महिला की मुलाकात जेल में होली के एक दिन पहले हुई थी। जेल में मुलाकात के वक्त उक्त महिला के साथ तीन पुलिस के अधिकारी भी थे। दोनों के बीच मुलाकात काफी लंबे वक्त तक चली थी। ईडी की माने तो प्रेम प्रकाश ने महिला को निर्देश दिया था कि वह ईडी के अधिकारियों हनी ट्रैप कर फंसाए।
हलफनामे में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि जेल में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश को वह सारी सुविधाएं मिलती थीं, जो वह मांगता था। उसे जब जरूरत पड़ी मोबाइल भी उपलब्ध कराया गया। यहां तक कि उसे शराब भी उपलब्ध कराया जाता था। हलफनामे की माने तो जेल में प्रेम प्रकाश को टेट्रा पैक में शराब दी जाती थी।ऐसे तो हम समय-समय पर पिंटू के अन्य कारनामों को भी उजागर करते रहेंगे !