अरुण कुमार चौधरी
ऐसे तो जब से नरेंद्र मोदी दिल्ली में यानी 2014 से सत्ता पर काबिज हुए हैं , तब से सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने 95% मीडिया संस्थानों को अपने धन और बल (सीबीआई ,आइ टी और ईडी ) द्वारा कब्जे में कर लिया है और अपने मनमर्जी से मीडिया को उंगली पर नाचाते रहते हैं!
पूरी मीडिया गोदी मीडिया हो गया! इसके साथ ही साथ पूरी मीडिया नरेंद्र मोदी के चरणों में भी लंबा हो गया है जिसके कारण सच्ची और परखी खबरें आम जनता के बीच में नहीं आता है ! इस समय देश में भयानक बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई की चर्चा आमजनों के बीच में नहीं होता है और जिसके कारण गरीब लोग निराश और अपने आप को असहाय महसूस करते हैं!दूसरी ओर अधिकांश समाचार चैनल हिंदू -मुस्लिम कर समाज में ध्रुवीकरण कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाते रहते हैं और इस पर राहुल गांधी का कहना है कि टीवी चैनल के नफरती बातें और आरएसएस मिलकर समाज के बीच में किरासन छिड़क रहे हैं और जिससे समाज में समय-समय पर हिंसा फैलती रहती है!
दूसरी बात बड़े-बड़े समाचार टीवी चैनल एक फर्जी सर्वे के नाम पर करोड रुपए विज्ञापन कमाते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झूठी लोकप्रियता को बताते रहते हैं और इसी क्रम में पिछले दिनों देश के सबसे बड़ा मीडिया संस्थान इंडिया टुडे सर्वे ने बताया कि यदि आज संसदीय चुनाव होते हैं तो एनडीए 306 सीटों पर जीत के साथ सत्ता बरकरार रखेगा। इंडिया टुडे-सीवोटर ने मूड ऑफ द नेशन पोल किया है।इस सर्वेक्षण से पता चला कि एनडीए के 306 सीटों की अपेक्षा विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को 193 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य राजनीतिक दलों को 44 सीटें मिल सकती हैं। 2019 के चुनाव में एनडीए ने 357 सीटें जीती थी। वैसे, जनवरी में आए मूड ऑफ़ द नेशन पोल में विपक्षी दलों को 153 सीटें मिलती हुई दिखी थी, जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन के बाद ये सीटें बढ़कर 193 हो गई हैं।
इस सर्वे में वोट प्रतिशत का आँकड़ा भी दिया गया है। ताज़ा सर्वे के अनुसार अभी चुनाव हुए तो एनडीए को 43 फीसदी वोट मिलेंगे जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन को 41 फ़ीसदी।
सर्वे के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी के 287 सीटें जीतने का अनुमान है जो कि सामान्य बहुमत 272 से 15 अधिक है। इस सर्वे में कांग्रेस के 74 सीटें जीतने का अनुमान बताया गया है।इस सर्वे के लिए सभी राज्यों में कुल 25,951 लोगों का साक्षात्कार लिया गया। नियमित ट्रैकर डेटा से अतिरिक्त 1,34,487 साक्षात्कारों का विश्लेषण किया गया। इस तरह कुल नमूना आकार 1,60,438 हो गया। साक्षात्कार 15 जुलाई से 14 अगस्त के बीच लिए गए थे।
इंडिया टुडे-सीवोटर मूड ऑफ द नेशन पोल के अधिकांश उत्तरदाताओं के अनुसार विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ बीजेपी को हराने में सक्षम नहीं होगा। सर्वेक्षण से पता चला कि 54 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सोचा कि ‘इंडिया’ भाजपा को हरा नहीं पाएगा, जबकि 33 प्रतिशत ने कहा कि हरा पाएगा। बाक़ी लोग तय नहीं कर पाए कि हरा पाएगा या नहीं।
सर्वे में पूछा गया कि क्या गठबंधन का नया नाम ‘इंडिया’ बदलने से गठबंधन को वोट मिलेंगे? इस सवाल के जवाब में 39 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सकारात्मक जवाब दिया जबकि 30 प्रतिशत ने असहमति जताई। अन्य 18 प्रतिशत ने कहा कि नया नाम ‘इंडिया’ न तो वोट दिलाएगा और न ही यह कोई आकर्षक नाम है। बाकी लोग इस बात पर अनिर्णीत थे कि नामों में बदलाव का चुनावों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
जब पूछा गया कि ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त कौन है तो 24 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके दिल्ली समकक्ष अरविंद केजरीवाल 15-15 प्रतिशत के साथ बराबरी पर थे।
इस सर्वे में राजस्थान ,छत्तीसगढ़ , मध्य प्रदेश तथा तेलंगाना में कांग्रेस को बहुत ही कम सीट दिया है जो की लगभग लोक सभा 2019 के चुनाव का ही आंकड़ा है!जबकि उपयुक्त चारों राज्यों में विधानसभा का चुनाव 2023 के अंत में होने वाला और अभी सभी के सभी सर्वे बता रहे हैं कि वहां पर कांग्रेस की स्थिति बहुत ही अच्छी है !इसके साथ-साथ पश्चिम बंगाल के लोक सभा 2019 चुनाव की तरह ही भाजपा को 18 सीट दे रही है जबकि वहां पर भाजपा तीसरे नंबर पर चल रही है और अभी के स्थिति में अगर भाजपा को दो सीट भी मिल जाए तो वह बहुत ही बड़ी बात होगी
ऐसे सी – वोटर सर्वे एक भाजपा समर्थित लोगों का संस्थान है! इसके मालिक दुबई में बहू मंजिलें महल में ऐसो आराम की जिंदगी से जी रहे और नरेंद्र मोदी को खुश करते हैं जिसके कारण ये करोड़ों रुपए कमाते हैं! ऐसे भी सी- वाटर का सारा का सारा सर्वे झूठ और भ्रामक होता है
दूसरी ओर पिछले दिनों एक विश्वसनीय और लोकप्रिय लोक नीति सीएसडीएस सर्वे ने पूरे देश में पत्रकारों के बीच एक सर्वे किया जिसमें 82% पत्रकारों ने कहा कि हमारे मीडिया संस्थान के मालिक कहते हैं कि भाजपा के हित में ही समाचार दें तथा तथा 16% से 18 % पत्रकारों का कहना है कि हम लोग को हर समय अपनी नौकरी जाने का खतरा बना हुआ है क्योंकि कहीं किसी समाचार को लेकर मालिक नौकरी से निकल ना दे !इसके अलावा भी कई तरह की बातें सर्वे में कहा है
इस समय आम पाठकों को किसी भी तरह के सर्वे पर विश्वास नहीं करना चाहिए और अपने ईद-गिर्द गरीब लोगों से लेकर अमीर लोगों तक बात कर अपनी राय बनाबे!