कर्नाटक चुनाव में जूमलेबाजो कि पतन, मंगाई पिडित किसान मजदूर बेरोजगारों की जीत: डॉ आरसी मेहता

हजारीबाग। कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम 24 में हिंदुस्तान के सत्ता परिवर्तन की ओर इशारा कर रहा है कर्नाटक चुनाव का मुद्दा महंगाई करप्शन मंगाई पीड़ित किसान मजदूर और बेरोजगारी रहा। जुमला सुनते सुनते लोग चुके हैं अब किसान मजदूर रोटी मांग रहे हैं बेरोजगार नौजवानो को नौकरी चाहिए।

मंदिर मस्जिद राम रहीम हिंदुस्तान-पाकिस्तान का मुद्दा गौन हो चुका है उक्त बातें हजारीबाग सदर विधानसभा के पुर्व कांग्रेस प्रत्याशी डॉ आर सी मेहता ने कहा। उन्होंने कहा जब देश का प्रधानमंत्री सिख और राष्ट्रपति मुसलमान था तब देश के किसान मजदूर खुशहाल थे बेरोजगारों को नौकरी मिल रही थी निजी संस्थानों को सरकारी करण किया गया, बेरोजगारों को नौकरी मिलती थी।

जब वैश्विक स्तर पर मंदी थी हमारे देश के अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का विश्व में परचम था जीडीपी अस्तर विश्व में अच्छा था गरीब मजदूरों के हाथों में पैसा खनकता था।2014 मे देश वासियों ने कांग्रेस के सत्ता विरोधी लहर के कारण बड़ी उम्मीद के साथ माननीय प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री के जुमलेबाजी झांसे में आकर एनडीए का चुनाव किया ‌।

इसका खामियाजा आज देश के नौजवान बेरोजगार मजदूर किसान व्यापारी भुगत रहे हैं। 2014 के बाद 4 गुना महंगाई बढ़ चुका है देश के सैकड़ों उपक्रम बंद हो चुके हैं सीसीएल रेलवे एयर इंडिया बैंक स्कूल कॉलेज बीएसएनल इत्यादि सैकडो का निजीकरण करते हुए चाहते व्यापारियों को दिया गया है जिस कारण लाखों लोग का नौकरी चला गया।

बेरोजगारी करप्शन मंगाई से देश मैं त्राहि-त्राहि मचा हुआ है। ₹400 का गैस सिलेंडर 1200 सौ रु, 40रु का डीजल लगभग ₹100 इसी तरह खाद सामग्री दूध दवाइयों में 4 गुना बेतहाशा वृद्धि हो चुकी है। वर्तमान मोदी सरकार महंगाई बेरोजगारी करप्शन का जिम्मेवार पाकिस्तान कांग्रेसी नेहरू को बताते आ रहे है सबका साथ सबका विकास विकास जैसा मुद्दा को एनडीए भूल चुकी है।

बहेलिया आया था जुमले रूपी चारा डाला था कहां था विदेशों से काला धन आएगा हर खाते में हर लोगों को 15 लाख देंगे दो करोड़ को नौकरी देंगे, 8 साल बीतने के बाद अमित शाह ने कहा वह सब तो चुनावी जुमला था। जनता जान चुकी है अब जनता जाग चुकी है बहेलियां का दाना नहीं चुगेगी।

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