गणेश झा
पाकुड :मुफसिल थाना छेत्र के रामचन्द्रपुर बिक्रमपुर मोड़ पर बना चेक नाका से विभागीय बिचौलिया के वारे न्यारे हो रहे है,दिन दोगुनी रात चौगुनी की कहानी चल रही है हर दिन,यह खेल अंधेरे में सुरु होना वाला खेल है जो कुछ घंटे ही चलता है,लेकिन यह कुछ घंटे में चलने वाले अवैध परिवहन और सेटिंग मैन को ट्रैक्टर की गड़गड़ाहट बहुत अच्छी लगती है,गड़गड़ाहट की आवाज के बाद सुबह की नींद बड़ी ही रंगीन होती है,नाका, अवैध परिवहन करने वाले और बिचौलिया की,फिर दूसरे दिन चेक नाका के आसपास की दुकानों में रात की प्लानिंग चालू हो जाती है, पाकुड़ जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के काशीला गांव से इलामी,सिरसा होते हुए बंगाल और तिलभीटा रेलवे स्टेशन के अंडर ग्राउंड से भी अवैध परिवहन करते हुए पार किया जाता है ट्रैक्टर, रोज का यह खेल रात12:00 से सुबह के 4:00 बजे तक गड़गड़ाहट ही गड़गड़ाहट जो दूर तक सुनी जा सकती है। रात भर में 50 से भी ज्यादा ट्रैक्टर बंगाल की ओर ओवरलोड होकर जाती है और राजस्व का लाखों का नुकसान हर रोज हो रहा है आखिर इन ट्रैक्टर वालों का संरक्षण कौन करता है।