बहुजन समाज पार्टी के लोग नास्तिक व अवास्तिक नही बल्कि वास्तविक हैं : अरुण कुमार
गिरिडीह,प्रतिनिधि। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के लोग नास्तिक व अवास्तिक नही बल्कि वास्तविक है| मैं किसी जाति धर्म का विरोधी नही हूं, लेकिन जो सच है उसको बोलना पड़ेगा| वे शनिवार को धनवार के सर्कस मैदान में आयोजित विधानसभा स्तरीय कार्यकार्ता सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे| उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जब विदेश जाते है तो वहां कहते हैं मैं महा मानव बुद्ध व सम्राट अशोक के धरती से आया हूं| जो सम्राट अशोक चक्र भारत के इस तिरंगा में फहराता है उस देश से आया हूं| लेकिन आपके बीच में क्या बोलते हैं, मुझे गंगा मइया ने बुलाया है| गाय भी उनका माता है| लोगो को गुमराह कर उन्हें अपना वोट बैंक बनाना था| इस लिए गंगा को मइया और गाय को गोमाता बनाया| गंगा स्नान करते-करते सदियों गुजर गया| लेकिन सुद्र समाज, सूद्र का सूद्र ही रह गया| वह क्षत्रिय नही बन पाया और न कभी बनेगा| क्योकि मोदी जी जात-पात के नाम पर पुरे देश को उलझा दिया है| उन्होंने पार्टी को सशक्त बनाने के लिए लोगो को गोलबंद होने की जरुरत बताया| कहा कि अगर हमारी जेड मजबूत नही रहेगी तो आने वाले कुछ सालो में उनसे उनका हक भी छीन लेंगे| जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार वर्मा ने संगठन के मजबूती को ले अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं को जोड़ने व लोगो को जागरूक करने पर बल दिया| इसके अलावे उन्होंने समाज में फ़ैल रही कुरूतियो को दूर करने, समाज में शिक्षा का अलख जगाने व समाज को नशामुक्त बनाने पर लोगो को जागरूक किया| धनवार प्रखंड अध्यक्ष सिटन दास ने धनवार विधानसभा क्षेत्र से 70 हजार नये सदस्य बनाने पर जोर दिया| दिनेश दास ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में बिना पैसे का कोई काम नही होता| जिससे गरीब योजना का लाभ नही ले पाते हैं| खाद्य आपूर्ति विभाग भी गरीबो से उसके निवाले छीन रही है| राशन का बंदर बांट हो जा रहा है| एक महिने का राशन डीलर देते है और फिर दो माह तक सन्नाटा मार देते हैं| सम्मलेन की अध्यक्षता पार्टी के धनवार विधानसभा प्रभारी बासुदेव रविदास, जबकि संचालन दिनेश दास ने किया| कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेता आफताब अहमद, शिव कुमार दास, जिला प्रभारी इस्वर दास, विकाश कुमार दस, रंजित विश्वकर्मा, रूबी यादव, सतदेव दास, देवानंद दास, दिलीप दास, मंगरी देवी, सुनीता देवी समेत धनवार विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवो से दर्जनों महिला एवं पुरुष मौजूद थे|