नियम को ताक पर रख पाकुड़ में हो रहा है कोयला धुलाई
जिसके जिम्मा है करवाई करने का परिवहन विभाग है बेपरवाह
गणेश झा
अमड़ापाड़ा/पाकुड़। क्षेत्र में संचालित पचुवाड़ा नार्थ कोल ब्लॉक के बीजीआर में सड़क परिवहन नियमों को ताक में रख कर ओवरलोड कोयला जारी है। जिला अधिकारी द्वारा करवाई के बावजूद सोमवार को बीजीआर कोल कंपनी में ट्रांसपोर्ट द्वारा ओवरलोड ढुलाई कार्य जारी है। आलुबेड़ा में संचालित बीजीआर कोयला लोडिंग साइडिग से प्रति दिन सैकड़ों हाइवा में कोयला ओवरलोड कर पाकुड़ रेलवे साइडिंग तक परिवहन किया जाता है। मालूम हो की पत्थर का ओवरलोड बंद है लेकिन कोयला का नही ।मामला एक नज़रिया दो जो चर्चा का विषय बना हुआ है। एक पुलिस अधीक्षक जिससे कोयला कंपनी के पदाधिकारी गण मिलकर कोयला चोरी रुकवाने का आग्रह किया था पुलिस अधीक्षक ने दो टूक कोयला कंपनी के प्रतिनिधि को जवाब दिया आप लोग ओवरलोड बंद कर दे पुलिस कोयला चोरी रुकवा देगी।
कंपनी और ट्रांसपोर्टर पैरवी और पैसे के बल पर
बिना तिरपाल के सैकड़ों वाहन करते है कोयला ढुलाई होती है।
आलुबेड़ा गांव में संचालित बीजीआर कोल कंपनी में ट्रांसपोर्ट कर रही डंपर नियम कानून को दरकिनार कर सड़क में बेखौफ वाहन दौड़ती है। कोयला परिवहन करने वाले डंपर बिना तिरपाल ढके सड़कों पर बेरोक टोक चलते दिख जाएंगे । लिहाजा सड़क में कोयला का चूरा गिरकर छोटे छोटे कण धूल बनकर उड़ने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी। वही इन वाहनों में क्षमता से अधिक कोयला को लोड कर बिना तिरपाल ढके सड़क में फर्राटे भरते हैं। जिसके कारण सड़क में कोयला का चूरा गिरता है। कोयले के छोटे छोटे कण धूल में तब्दील होकर हवा में उड़ते हैं। जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। धूल से लोगो के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। क्षेत्र के लोग बीजीआर की मनमानी से परेशान हैं। वहीं राहगीरों को परेशानियों के साथ साथ दुर्घटना का भय बना रहता है। बहुत से वाहनो के पीछे या तो गाड़ी नंबर नही रहता या तो कोयला की धूल से काला हो जाता है। वहीं कई वाहनो के पीछे ब्रेक लाइट व ट्राली में रेडियम नही लगा रहता है। जिसके कारण रात में कई बाइक सवार दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। इसके बाद भी इन वाहनों का परिवहन विभाग ने द्वारा फिटनेस जांच नही किया जाता। वहीं ओवरलोड वाहनों में डाला मानक से अधिक रहता है। जिसकी जांच नहीं किया जाता है। बीजीआर के वाहनों को परिवहन विभाग की खुली छूट का खामियाजा अमड़ापाड़ा क्षेत्र के लोग भुगतना पड़ रहा है। बीजीआर की गाड़ियां ग्राम पचुवाड़ा, बरमसिया, रांगा टोला, पचईबेड़ा, कोलखीपाड़ा, सहित दर्जनों गांव से होकर हाइवा कोयला लोड कर गुजरती है।