*जिले में कुल 151 सरकारी नलकूप में 115 नलकूप बंद*
लखीसराय से संवाददाता अनुराग आनंद की रिपोर्ट*
लखीसराय:-* जिले में सुखाड़ की स्थिति बनी हुई है। खेतों में पानी नहीं है। जिला प्रशासन खेतों तक पानी पहुंचाने की कवायद में जुटा है। सरकार को लघु जल संसाधनल विभाग को वर्षों से बंद राजकीय नलकूपों की भी याद आ गई है। उसे चालू करके पटवन की व्यवस्था में विभाग जुटा हुआ है। जिले में कुल 151 सरकारी नलकूप में 115 नलकूप बंद है। विभाग जिले में 36 नलकूपों के चालू होने का दावा कर रहा है। खास बात यह है कि सरकार ने पंचायतों में सिचाई के लिए लगाए गए पुराने राजकीय नलकूपों की मरम्मत कराकर खेतों तक पटवन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी मुखिया को दी है। वर्षों से बंद पड़े दर्जनों नलकूपों का हाल यह है कि जितनी राशि उसकी मरम्मत पर खर्च होगी उससे कम खर्च में गांवों में सरकारी बोरिग की व्यवस्था को जा सकती है। ऐसे में बंद नलकूपों को चालू कराने की बड़ी चुनौती होगी। —-
जिले की 16 पंचायतों के मुखिया चालू कराएंगे बंद नलकूप
लघु जल संसाधन विभाग द्वारा लखीसराय प्रखंड की साबिकपुर पंचायत के सात, मोरमा पंचायत के चार, भवरिया पंचायत में चार, भनपुरा में तीन, बड़हिया की डुमरी पंचायत में चार, सरकारी नलकूपों के अलावा पिपरिया प्रखंड के मोहनपुर, पिपरिया, वलीपुर पंचायत, चानन प्रखंड की लाखोचक, गोहरी, लखीसराय प्रखंड की अमहरा, गढ़ी विशनपुर, हलसी की गेरुआ पुरसुंडा, सूर्यगढ़ा की टोरलपुर पंचायत के कुल 36 नलकूपों को ठीक कराकर चालू कराने के लिए एक करोड़ 12 लाख 44 हजार 512 रुपये की राशि पंचायत को उपलब्ध कराया है। अबतक उपलब्धि शून्य है। खाते में राशि पड़ी हुई है। —
कोट
जिले में 16 ग्राम पंचायतों में राजकीय नलकूपों का चालू कराने के लिए मुखिया को दो किस्तों में एक करोड़ 12 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करा दी गई है। सभी मुखिया के साथ बैठक कर उन्हें अविलंब नलकूपों को चालू कराकर पटवन की व्यवस्था कराने को कहा गया है। इसकी लगातार समीक्षा की जा रही है। जिले में 36 राजकीय नलकूपों के माध्यम से सिचाई की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।
पवन कुमार, कार्यपालक अभियंता, लघु सिचाई विभाग, लखीसराय।