दिल्ली व्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस (Congress) ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की पुत्री गोवा में ‘गैरकानूनी बार’ चला रही हैं. मुख्य विपक्षी दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से यह भी आग्रह किया कि वह केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री को बर्खास्त करें.
कांग्रेस ने एक कागजात जारी करते हुए दावा किया कि आबकारी विभाग की ओर से स्मृति ईरानी की पुत्री को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया गया था और जिस अधिकारी ने नोटिस दिया था उसका कथित तौर पर तबादला किया जा रहा है.
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे रेस्टोरेंट पर शराब परोसने के लिए फ़र्ज़ी लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है और यह कोई ‘सूत्रों के हवाले से’ अथवा एजेंसियों द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए लगाया गया आरोप नहीं है, बल्कि सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त जानकारी में खुलासा हुआ है.’
उन्होंने दावा किया, ‘केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी ने अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ देकर ‘बार लाइसेंस’ जारी करवाए.’
कांग्रेस नेता के अनुसार, ’22 जून 2022 को लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिस ‘एंथनी डीगामा’ के नाम से आवेदन किया गया, जबकि उनकी पिछले साल मई में ही मौत हो चुकी है. एंथनी के आधार कार्ड से पता चला है कि वे मुंबई के विले पार्ले के निवासी थे. आरटीआई के तहत सूचना मांगने वाले वकील को इनका मृत्यु प्रमाण-पत्र भी मिला है.’
खेड़ा ने दावा किया, ‘दस्तावेजों से यह भी पता चला है कि बार लाइसेंस के लिए आवश्यक रेस्तरां लाइसेंस के बिना ही बार लाइसेंस जारी किए गए.’उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि तत्काल प्रभाव से श्रीमती स्मृति ज़ूबिन ईरानी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए.’
राहुल गांधी पर ईरानी के हमले के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में खेड़ा ने कहा, ‘‘समाचार पत्र चलाने जैसे अच्छे काम की तुलना गोवा में गैर-कानूनी बार चलाने से कतई नहीं की जा सकती.” उन्होंने पूछा, ‘‘क्या यह सब उनकी (ईरानी की) जानकारी के बिना हो रहा था और क्या लाइसेंस बिना उनके प्रभाव के मिल गया होगा?”
उन्होंने आरोप लगाया कि रेस्तरां तक मीडिया की पहुंच न होने देने के लिए गोवा में इसके चारों ओर निजी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. उन्होंने पूछा, ‘‘हम आपसे जानने चाहते हैं कि यह सब किसके प्रभाव से किया जा रहा है? इस गैर-कानूनी कार्य के पीछे कौन है?
स्मृति ईरानी की पुत्री की ओर से इन आरोपों को खारिज किया गया है. केंद्रीय मंत्री की पुत्री के वकील कीरत नागरा ने एक बयान में कहा कि उनकी मुवक्किल ‘सिली सोल्स’ नामक रेस्टोरेंट की न तो मालकिन हैं और न ही इसका संचालन करती हैं तथा किसी प्राधिकार की तरफ से उन्हें कोई ‘कारण बताओ नोटिस’ भी नहीं मिला है.
नागरा ने कहा कि निहित स्वार्थ वाले कई लोगों द्वारा गलत, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट किये जा रहे हैं, जो उनकी मुवक्किल की मां, प्रतिष्ठित नेता स्मृति ईरानी के साथ राजनीतिक स्वार्थ साधने का प्रयास कर रहे हैं.
वकील ने आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे लोग सिर्फ इसलिए दुष्प्रचार कर रहे हैं ताकि तथ्यों की जांच-परख किये बिना मुद्दाविहीन बात को सनसनी बनाकर पेश किया जा सके और वे मेरी मुवक्किल को सिर्फ इसलिए बदनाम करने पर आमादा हैं कि वह एक नेता की पुत्री हैं.’
भाजपा नेता सुरेश नाखुआ ने लिखा कि “ऐसे तुच्छ लोगों के खिलाफ मानहानि का मामला चलना चाहिए जो अपनी राजनीति के लिए एक 18 साल की बेटी को बदनाम करने पर तुले हुए हैं। स्मृति इरानी जी केस जरुर करें इन लोगों पर, ताकि कल ये किसी और की बेटी को बदनाम करने से पहले सौ बार सोचे! जब वो बिना किसी सबूत के स्मृति जी के 18 साल की बेटी को अपनी गंदी राजनीति का शिकार बनाने के लिए हथकंडा अपना सकती है तो केस होने पर कोर्ट में स्वयं हर सवाल का जवाब भी वो खुद ही दे देंगी।’
इससे पहले कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने वीडियो जारी कर कहा था कि ‘स्मृति ईरानी इस बात की जानकारी दें कि उनकी बेटी को कमिश्नर द्वारा नोटिस दी गई है। खुलासा हुआ है कि आपकी बेटी जो गोवा में एक रेस्टोरेंट चलाती हैं, वहां पर शराब परोसने के लिए जो लाइसेंस बनवाया गया था, वह फर्जी तरीके से बनाया गया है?’
वहीं नेटा डिसूजा ने ट्वीट किया था कि “स्मृति जी, क्या यह सच है कि गोवा में आपके पारिवारिक रेस्तरां के पास अवैध बार लाइसेंस है? क्या ये पीएम मोदी द्वारा बांटी गई रेवड़ी है? भ्रष्टाचार पर लेक्चर देने से पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें! आप कब प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर इस पर अपनी राय देंगी?
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए लिखा कि तो इस खबर के मुताबिक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी जोईश ईरानी ने ‘बार लाइसेंस’ एक मृतक के नाम पर जारी कराया। फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल तो कानूनन अपराध है। अवैध लाइसेंस के लिए कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है, पर मीडिया में इतना सन्नाटा क्यों है भाई? जानकारी के लिए बता दें कि सोशल मीडिया पर ‘द वायर’ की रिपोर्ट को साझा करते हुए लोग कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी बेटी के अवैध बार चलाने से इनकार करते हुए कांग्रेस के आरोपों पर हमलावर होते हुए पलटवार किया। उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के आरोप पर जबाव देते हुए कहा कि उनकी बेटी कॉलेज में पढ़ती है और कोई बार नहीं चलाती है। पवन खेड़ा ने हाल ही में आरोप लगाया था कि स्मृति ईरानी की बेटी गोवा में अवैध बार चलाती हैं।